बटाला को अलग जिला बनाने के विरोध में वकीलों को मिला सियासी पार्टियों का समर्थन
पंजाब सरकार की ओर से ऐतिहासिक जिला गुरदासपुर की तहसील बटाला को अलग करके अलग जिला बनाने का प्रयासों को विरोध में जिला बार एसोसिएशन गुरदासपुर द्वारा चलाई जा रही मुहिम को शुक्रवार को बल मिला।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : पंजाब सरकार की ओर से ऐतिहासिक जिला गुरदासपुर की तहसील बटाला को अलग करके अलग जिला बनाने का प्रयासों को विरोध में जिला बार एसोसिएशन गुरदासपुर द्वारा चलाई जा रही मुहिम को शुक्रवार को बल मिला। करीब एक दर्जन अलग-अलग सियासी पार्टियों के नेताओं व संगठनों के प्रतिनिधियों ने वकीलों के आह्वान पर आल पार्टी बैठक में शिरकत की।
बैठक के दौरान समूह सियासी पार्टियों के नेताओं ने एकसुर में जिले के और टुकड़े करने का जोरदार विरोध किया और कहा कि यदि बटाला को जिला बनाया जाता है तो यह एक बहुत ही निदनीय फैसला होगा। जिले को तोड़ने की भूमिका निभाने वाले मंत्रियों तृप्त राजिदर सिंह बाजवा, सुखजिदर सिंह रंधावा और राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा को आने वाली पीढि़यां कभी माफ नहीं करेंगी। पंजाब सरकार के इस फैसले को इतिहास के काले अक्षरों से दर्ज किया जाएगा। आल पार्टी बैठक की अध्यक्षता एडवोकेट राकेश शर्मा ने की। इसमें विधायक बरिदरमीत सिंह पाहड़ा की गैर अनुपस्थिति में उनके पिता गुरमीत सिंह पाहड़ा, शिअद की जिला लीगल सेल के चेयरमैन एडवोकेट रणजीत सिंह गोराया, आम आम आदमी पार्टी के एडवोकेट नरिंदर कुमार, शिव चरण सिंह, व्यापार मंडल के प्रधान दर्शन महाजन, बसपा के जिला प्रधान जेपी भगत व्यापार मंडल के अशोक कुमार, प्रदीप कोछड़, पंजाब किसान यूनियन के बलबीर सिंह रंधावा, शिवसेना बाल ठाकरे के हनी महाजन आदि ने संबोधित किया।
चेयरमैन गुरमीत पाहड़ा ने कहा कि वे एक दो दिन में खुद अपनी तरफ से जिला बचाओ मुहिम के तहत एक समारोह बुलाएंगे, जिसमें वकीलों व भी संगठनों को आहवान किया जाएगा। सभी वक्ताओं ने कहा कि जिला गुरदासपुर की मौजूदा अस्तित्व को बचाने के लिए उन्हें जो भी संघर्ष करना पड़ा या कुर्बानी देनी पड़ी वे पीछे नहीं हटेंगे। इस मौके पर उप प्रधान हरजीत सिंह, सचिव जतिदर सिंह, रमेश कश्यप, अमन नंदा आदि उपस्थित थे।