मांगों को लेकर फार्मासिस्ट मुलाजिमों ने मंत्री चौधरी को सरकार के नाम सौंपा ज्ञापन
गांवों की सरकारी सेहत डिस्पेंसरियों में पिछले 15 साल से अस्थाई तौर पर सेवाएं निभा रहे रूरल फार्मासिस्ट मुलाजिमों ने पंजाब सरकार से उनको रेगुलर करने या पे स्केल दिए जाने की मांग की है।
संवाद सूत्र, दोरांगला : गांवों की सरकारी सेहत डिस्पेंसरियों में पिछले 15 साल से अस्थाई तौर पर सेवाएं निभा रहे रूरल फार्मासिस्ट मुलाजिमों ने पंजाब सरकार से उनको रेगुलर करने या पे स्केल दिए जाने की मांग की है। इस संबंधी एक मांगपत्र मंत्री अरुणा चौधरी को सौंपा गया है।
मुलाजिम नेता हरविदरपाल सिंह ने बताया कि 2006 में कांग्रेस सरकार के समय उनको गांवों की सरकारी डिस्पेंसरियों में सेवा करने के लिए रखा गया था। लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद में उनको कम वेतनों पर काम पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने पूरी ईमानदारी से लोगों की कोरोना सैंपलिग, वैक्सीन व आइशोलेशन वार्डो में ड्यूटी लगा दी है। इसके बावजूद किसी भी फार्मासिस्ट की कोई जाब सिक्योरिटी नहीं है। यदि ड्यूटी के दौरान किसी मुलाजिम के साथ कोई घटना होती है तो उसके परिवार को कोई भी मुआवजा व सेवा लाभ नहीं मिलता। उन्होंने मंत्री अरुणा चौधरी के माध्यम से पंजाब सरकार के नाम मांगपत्र सौंपा है।