सीएम, डिप्टी सीएम व पीपीसीसी प्रधान से नजदीकी, बढ़ा पाहड़ा का राजनीतिक कद
प्रदेश कांग्रेस में लंबे समय तक चले क्लेश के बाद आखिरकार कैप्टन अमरिदर सिंह का तख्तापलट होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू का ग्रुप पूरी तरह से हावी हो गया है।
सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर
प्रदेश कांग्रेस में लंबे समय तक चले क्लेश के बाद आखिरकार कैप्टन अमरिदर सिंह का तख्तापलट होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू का ग्रुप पूरी तरह से हावी हो गया है। इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का नया मुख्यमंत्री बना दिया गया है। पंजाब प्रधान की नियुक्ति से लेकर मुख्यमंत्री के बदलाव तक जिन नेताओं द्वारा संघर्ष किया गया था, उनमें यहां के विधायक बरिदरमीत सिंह पाहड़ा की भी अहम भूमिका रही है। राजनीतिक माहिरों का मानना है कि अब पंजाब के मुख्यमंत्री से लेकर अन्य सभी पदों पर तैनात नेताओं से नजदीकी होने के चलते जहां पाहड़ा का राजनीतिक कद बढ़ा है, वहीं हलका गुरदासपुर में विकास कार्य और भी तेजी से होने की उम्मीद बंध गई है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ माह से पंजाब कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव की लड़ाई चल रही थी। सबसे पहले पंजाब प्रधान के रूप में नवजोत सिंह सिद्धू को लगाने की लड़ाई लड़ी गई। इस लड़ाई में जिला गुरदासपुर के कैबिनेट मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा, तृप्त राजिदर सिंह बाजवा और विधायक बरिदरमीत सिंह पाहड़ा की अहम भूमिका रही है। लंबे समय तक चले संघर्ष के बाद यह ग्रुप आखिरकार नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रधान बनाने में सफल हो गया और पार्टी हाईकमान द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के खिलाफ जाकर सिद्धू को पंजाब की वागडोर सौंप दी गई।
इसके बाद भी उक्त नेताओं ने अपनी लड़ाई जारी रखी और मुख्यमंत्री के बदलाव की आवाज उठाई। इसमें सिद्धू ग्रुप पूरी तरह से एकजुट होकर आवाज उठाता रहा। इस ग्रुप में उक्त तीनों के अलावा कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी शामिल थे। पार्टी हाईकमान द्वारा उनकी आवाज को सुनते हुए आखिरकार कैप्टन अमरिदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के आदेश दिए गए। इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का नया मुख्यमंत्री बना दिया गया। जबकि कैबिनेट मंत्री सुखजिदर सिह रंधावा को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है।
पंजाब प्रधान की नियुक्ति से लेकर मुख्यमंत्री के बदलाव तक अहम भूमिका निभाने के कारण यहां के विधायक बरिदरमीत सिंह पाहड़ा की नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उप मुख्यमंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा व पीपीसीसी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू से काफी नजदीकी बन चुकी है। यही कारण है कि अफसरशाही भी इस बात को देखते हुए अब विधायक पाहड़ा से भी नजदीकी बढ़ाने के प्रयास में जुट गई है। क्योंकि वह भी इस बात को भलीभांति जानते हैं कि उक्त तीनों लोगों से नजदीकी होने के चलते पाहड़ा का राजनीतिक कद काफी बढ़ चुका है। विकास में आएगी तेजी
राजनीतिक माहिरों का कहना है कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री व कांग्रेस प्रदेश प्रधान से गुरदासपुर के विधायक की नजदीकी का फायदा सीधे रूप से हलके के लोगों को मिलेगा। मुख्यमंत्री तक भी पहुंच के चलते विधायक पाहड़ा के लिए अब गुरदासपुर के लिए घोषित बड़े प्रोजेक्टों को शुरू करवाने कोई मुश्किल काम नहीं होगा।