खराब मौसम के कारण धान की कटाई में तेजी
पंजाब समेत उत्तर भारत में धान की कटाई का सीजन जोरों पर है।
कुलदीप जफलपुर, काहनूवान
पंजाब समेत उत्तर भारत में धान की कटाई का सीजन जोरों पर है। कुछ दिनों तक साफ मौसम रहने के बाद आसमान में भारी बादल छाने और कहीं-कहीं हल्की छींटे पड़ने की भी खबर है। मौसम विभाग ने भी 17, 18 और 19 अक्टूबर को मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है। हालांकि 17 व 18 को हल्की बारिश हुई है। नतीजतन जिन किसानों के खेतों में धान की खड़ी फसल है, वे ज्यादा परेशान हैं।
किसान कंबाइन हार्वेस्टर से धान की कटाई कर रहे हैं। इससे धान की कटाई में तेजी नहीं आ पा रही है। इस बारे में बात करते हुए किसान रछपाल सिंह, हरजीत सिंह और गुरदेव सिंह ने कहा कि उनकी 60 प्रतिशत से अधिक धान की फसल अभी भी खेतों में खड़ी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में धान की फसल सोने की तरह है। धान की गुणवत्ता में कोई अंतर नहीं होता है और फसल में नमी की मात्रा भी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि बारिश हुई तो धान की खड़ी फसल को नुकसान हो सकता है, जो किसान पहले से ही आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं, उन्हें ज्यादा नुकसान होगा। दूसरी ओर मंडियों में धान का भंडार है। मंडियों से धान की उठान भी धीमी गति से चल रही है। नतीजतन मंडी में अपनी उपज बेचने आए किसानों व आढ़तियों की चिता भी बढ़ गई है। लेकिन वर्तमान में किसान, आढ़ती और मजदूर प्रकृति की मार से बचाने के लिए भगवान से प्रार्थना करते नजर आ रहे हैं।