'सांसों' के लिए बीमार नहीं होंगे लाचार, आक्सीजन प्लांट तैयार

आखिर वह घड़ी आ ही गई जिसका काफी कई दिनों से शहरवासियों को इंतजार था। सिविल अस्पताल गुरदासपुर में आक्सीजन प्लांट चालू कर दिया गया। कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को आक्सीजन के लिए काफी परेशानी आई थी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:30 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:30 PM (IST)
'सांसों' के लिए बीमार नहीं होंगे लाचार, आक्सीजन प्लांट तैयार
'सांसों' के लिए बीमार नहीं होंगे लाचार, आक्सीजन प्लांट तैयार

राजिदर कुमार, गुरदासपुर : आखिर वह घड़ी आ ही गई, जिसका काफी कई दिनों से शहरवासियों को इंतजार था। सिविल अस्पताल गुरदासपुर में आक्सीजन प्लांट चालू कर दिया गया। कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को आक्सीजन के लिए काफी परेशानी आई थी। इसी के मद्देनजर आक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई है ताकि बीमार मरीज अब आक्सीजन के लिए लाचार नहीं बनें।

हालांकि कंपनी द्वारा दो दिन मशीनरी का ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद प्लांट को अस्पताल प्रशासन के सुपुर्द कर दिया जाएगा। वहीं कंपनी के मुलाजिम ने बताया कि प्लांट के चारों और शेड में नीचे जाली लगाई गई है। इस कारण बारिश के दौरान पानी मशीनरी पर पड़ेगा और शार्ट सर्किट होने के चांस है। इस संबंधी उन्होंने अपनी कंपनी के सीनियर अधिकारियों को सूचित कर दिया है। ताकि समय रहते शेड को चारों तरफ से ढका जा सके।

कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते जल्द पूरा किया जा रहा काम : सिविल सर्जन

प्लांट तो चालू कर दिया गया है,लेकिन अभी पाइप लाइन से कनेक्शन जोड़ने का काम अभी पेंडिग है। हालांकि यह काम कोई ज्यादा नहीं है। कंपनी द्वारा आइसोलेशन वार्ड के साथ तो कनेक्शन जोड़ दिया गया है, बस इमरजेंसी के साथ कनेक्शन जोड़ना रह गया है। अस्पताल सौ बेडों पर पाइप लाइन बिछाई गई है। उधऱ सिविल सर्जन डा.हरभजन राम मांडी का कहना है कि अगस्त-सितंबर में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए आक्सीजन प्लांट का काम जल्द मुकम्मल करने के लिए कंपनी के कर्मियों को कहा गया था। कुछ दिनों के भीतर डीसी मोहम्मद इशफाक द्वारा प्लांट का उद्घाटन किया जाएगा। इसके बाद प्लांट मरीजों को आक्सीजन देने लगेगा। प्लांट की क्षमता 500 एलपीएम (लीटर पर मिनट) की है। प्लांट चलने के बाद करेगा तेज आवाज,इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को होगी परेशानी

शुक्रवार व शनिवार को प्लांट चालू कर मशीनों का प्रशिक्षण किया गया। इस दौरान प्लांट काफी आवाज कर रहा था। वहीं आसपास के घेरे में काफी हीट हो गई थी। प्लांट की तेज आवाज से यहां इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को परेशानी होगी। वहीं एंबुलेंस चालक व पुलिस चौकी के एएसआई को भी तेज आवाज व हीट से काफी मुश्किल होगी,क्योंकि इनके रुम प्लांट के बिल्कुल पास है। बारिश का मौसम, इसलिए मशीनरी की संभाल जरूरी

कंपनी के एक कर्मी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मानसून का मौसम चल रहा है। इसलिए मशीनरी की संभाल बहुत जरूरी है। प्लांट के चारों तरफ शेड लगाकर पूरी तरह से ढका जाना जरूरी है। किसी भी समय बारिश हो सकती है। ऐसे में अगर शेड डाले बिना प्रशासन प्लांट को चालू करता है तो शार्ट सर्किट से करोड़ों की मशीनरी खराब हो सकती है। इसलिए पहले शेड डाली जाएगी। इस संबंधी उन्होंने अपनी कंपनी के अधिकारियों को सूचित कर रखा है। शेड डालने के बाद रूटीन से प्लांट को चालू रखा जा सकता है। बटाला व धारीवाल में भी प्लांट का काम होगा शुरू : डीसी

डीसी मोहम्मद इशफाक का कहना है कि अभी कंपनी के कर्मचारियों द्वारा प्लांट की मशीनरी का ट्रायल किया जा रहा है। जब कंपनी द्वारा प्रशासन को प्लांट को लेकर हरी झंडी दे दी जाएगी, फिर वह उद्घाटन करने के बाद प्लांट को मरीजों के सुपुर्द कर देंगे। उन्होंने बताया कि बटाला व धारीवाल में भी आक्सीजन प्लांट का काम शुरू करने जा रहे हैं। जिले में तीन आक्सीजन प्लांट लगने हैं, ताकि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान आक्सीजन की कमी न आए।

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