होलिस्टिक हीलिग से जीवनशैली बनाया जाता है संतुलित

पंडित मोहन लाल एसडी कालेज फार वुमेन के रोट्रेक्ट क्लब ने इंचार्ज खूशबू अग्रवाल और डा. दिनेश शर्मा के नेतृत्व में सेमिनार का आयोजन कराया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 04:18 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 04:18 PM (IST)
होलिस्टिक हीलिग से जीवनशैली बनाया जाता है संतुलित
होलिस्टिक हीलिग से जीवनशैली बनाया जाता है संतुलित

सहयोगी, गुरदासपुर : पंडित मोहन लाल एसडी कालेज फार वुमेन के रोट्रेक्ट क्लब ने इंचार्ज खूशबू अग्रवाल और डा. दिनेश शर्मा के नेतृत्व में सेमिनार का आयोजन कराया। इसमें पीजीआइ चंडीगढ़ से स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. मीनाक्षी मुख्य वक्ता के रूप में शामिल रही। विवेक बांसल, राजेश शर्मा, मोहनी, रश्मि, अमित शर्मा, अंकित और राहुल सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।

मुख्य वक्ता डा. मीनाक्षी ने होलिस्टिक हीलिग विषय पर अपने विचार पेश किए। होलिस्टिक हीलिग से शरीर के दुख-सुख संबंधी हर पहलू पर ध्यान दिया जाता है। भारत में ही नहीं बल्कि विश्व भर में सदियों से शारीरिक दुख-दर्द के निवारण के लिए कई ढंग अपनाए जाते रहे हैं। होलिस्टिक हीलिग से अंसुतलित जीवन शैली को संतुलित जीवन शैली में बदला जाता है। मनुष्य की शारीरिक तंदरुस्ती के साथ-साथ मानसिक तंदुरुस्ती को भी प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने बताया कि पौष्टिक भोजन नहीं करने, कसरत की कमी, मानसिक, भावात्मक और धार्मिक तत्वों की तरफ पूरा ध्यान नहीं देने से शारीरिक अंसुतलन होता है। जब भी होलिस्टिक हीलिग दी जाती है तो दिमाग, शरीर, आत्मा और भावनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जाता। उधर, विवेक बांसल ने कहा कि इंसान के सर्वपक्षीय वस्तुओं को ध्यान में रखना अति जरूरी है। अंत में प्रिसिपल ने मुख्य वक्ताओं का आभार जताया और कालेज द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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