अचलेश्वर धाम में चढ़ावे की रकम गोलक में डालने के लिए बजाए जा रहे कैसेट पर संगठनों ने उठाई आपत्ति
श्री अचलेश्वर मंदिर मंदिर परिसर में चढ़ावे की रकम को दानपात्र में डालने के लिए बजाई जा रही कैसेट को लेकर हिदू संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा है।
संवाद सूत्र, बटाला : स्वामी : कार्तिकेय की तपस्थली श्री अचलेश्वर धाम में रोजाना श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट की ओर से मंदिर परिसर में चढ़ावे की रकम को दानपात्र में डालने के लिए बजाई जा रही कैसेट को लेकर हिदू संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा है। उन्होंने इस कैसेट बंद करवा दिया। इसी बीच बड़ी संख्या में विभिन्न धार्मिक तथा सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों तथा सदस्यों को देखते हुए मंदिर में सेवा कर रहे महंतों ने भी कई प्रकार के आरोप ट्रस्ट के प्रमुख पवन कुमार पम्मा पर जड़ दिए। हलांकि इन आरोपों को खारिज करते हुए पम्मा ने इसे भाजपा का षड्यंत्र बताया।
क्यों विरोध में उतरे हिदू संगठन
श्री अचलेश्वर धाम में प्रदर्शन कर रहे विश्व हिदू परिषद के प्रधान शिव कुमार सानन, बजरंग दल के अध्यक्ष हनी मित्तल, प्रजापत बिरादरी के अध्यक्ष राकेश कुमार केछा, सिद्ध पीठ श्री काली द्वारा मंदिर के महंत अमित शाह पराशर, उद्योगपति रिकू ऋषि सहित लगभग दो दर्जन के करीब विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों तथा श्री अचलेश्वर धाम में रोजाना नतमस्तक होने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से श्री अचलेश्वर धाम परिसर में श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट के इशारे पर शिवलिग किसी भी प्रकार की धनराशि ना चढ़ा कर, उन्हें ट्रस्ट द्वारा स्थापित दानपात्रों में डालने का आग्रह किया जा रहा था। यह कैसेट सारा दिन ऐसे ही बजती रहती थी, जिस कारण भगवान के श्री चरणों में नतमस्तक होने वाले श्रद्धालुओं की भावना को ठेक पहुंच रही थी। बार-बार बजने वाली कैसेट के कारण वहां बैठ कर पूजा करने वाले श्रद्धालुओं का मन अशांत होने के कारण सभी ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए इस कैसेट को बंद करवा दिया।
महंतों ने भी निकाली भड़ास
ट्रस्ट के खिलाफ इकट्ठे हुए लोगों देखते हुए महंतों ने भी श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट के सीनियर चीफ ट्रस्टी पवन कुमार पम्मा पर प्रताड़ित करने के अनेक प्रकार के आरोप लगाए। महंत अवतार गिरी तथा राणा गिरी और उनके परिवार के सदस्यों ने कहा की करीब डेढ़ वर्ष पूर्व विधायक बलविदर सिंह लाडी की उपस्थिति में सर्वसम्मति से मंदिर के अंदर चढ़ने वाले चढ़ावे में से 60 प्रतिशत ट्रस्ट और 40 प्रतिशत महंतों को देने का वादा किया गया था, लेकिन अब पवन कुमार पम्मा तथा उनके सहयोगियों की ओर से उन्हें देने वाले चढ़ावे में से भी मेले में मंदिर की सजावट के नाम पर किए जाने वाले खर्च के नाम पर 25000 रुपये काट लिए गए। इसके अतिरिक्त जो श्रद्धालु मनोकामना पूर्ण होने या मांगलिक कार्य पर मंदिर में उन्हें श्रद्धा स्वरूप गुप्त भेट देते हैं। उस पर भी ट्रस्टियों की नजर रहती है। कई बार उन्हें जलील भी किया जाता है, साथ ही उन्हें मंदिर से निकालने की धमकी दी जाती है। जबकि वह पिछली नौ पीढि़यों से अचलेश्वर धाम की सेवा कर रहे हैं।
पवन कुमार पम्मा ने आरोपों को नकारा
श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट के सीनियर चीफ ट्रस्टी पवन कुमार ने इसे भाजपा के सहयोगी संगठनों का एजेंडा बतलाया, वहीं उन्होंने महंतों के आरोपों को भी नकारते हुए कहा कि उनको मंदिर के अंदर चढ़ने वाले चढ़ावे का 40 प्रतिशत प्रत्येक माह दिया जा रहा है, अगर वह वार्षिक नवमी, दसवीं के मेले पर एकत्रित होने वाली अधिक राशि का अपना हिस्सा लेते हैं, तो मंदिर की सजावट में किए जाने वाले खर्चे पर भी उनका उतना ही हक बनता है। इसलिए ट्रस्टियों द्वारा हिसाब करते वक्त 24000 की धनराशि इस बार काट ली गई। शेष कैसेट बजने से श्रद्धालुओं के मन को जो ठेस पहुंची है, उसका ध्यान रखा जाएगा। इसी बीच जब मंदिर में रहने वाली महिला द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया।