कल से एनआरएचएम सीएम के निवास स्थान पर करेंगे भूख हड़ताल
राज्य सरकार की मुलाजिम विरोधी नीतियों से दुखी होकर कोरोना योद्धाओं ने फिर से बड़े संघर्ष का बिगुल बजा दिया है।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : राज्य सरकार की मुलाजिम विरोधी नीतियों से दुखी होकर कोरोना योद्धाओं ने फिर से बड़े संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। ये योद्धे लोगों की सेहत के लिए लड़ ही रहे हैं और साथ में अपने अधिकारों के प्रति भी जागरूक हैं। ये विचार मुलाजिमों के संगठन एनआरएचएम इंप्लाइज एसोसिएशन पंजाब के प्रदेश प्रधान डा. इंद्रजीत सिंह राणा ने अपने साथियों सहित बैठक के दौरान व्यक्त किए।
राणा ने कहा कि इस प्रदर्शन का आगाज 28 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के निवास पर क्रमवार भूख हड़ताल से किया जाएगा। राज्य के सेहत विभाग में राष्ट्रीय सेहत मिशन पंजाब के अधीन करीब 12 हजार मुलाजिम पिछले 12 वर्षो से नाममात्र वेतन पर काम करने से आर्थिक मंदहाली का शिकार हो रहे हैं। राज्य के लोगों की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी इन मुलाजिमों के कंधों पर हैं। ये मुलाजिम पूरी मुस्तैदी से अपनी सेवाएं भी निभा रहे हैं। पूरी तरह से पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया से विभाग में भर्ती हुए इन अनुभव मुलाजिमों की सेवाओं को रेगुलर करने की मांग को परवान करने के बावजूद भी सरकार इसे अमली रूप में लाने के लिए टालमटोल कर रही है। इससे दुखी होकर रोष स्वरूप मुलाजिमों ने संघर्ष की घोषणा की है।
एसोसिएशन के उप प्रधान अमरजीत सिंह का कहना है कि यदि सरकार फिर भी मुलाजिमों की मांगों की ओर ध्यान नहीं देती तो मुलाजिम का यह प्रदर्शन समूचे पंजाब में विशाल रैलिया-धरनों के रूप में समूह राष्ट्रीय सेहत मिशन मुलाजिमों को पूरे वेतन सहित रेगुलर करने की मांग पूरी होने तक जारी रहेगा। एसोसिएशन इस संबंध में लिखित सूचना राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संबंधित प्रशासन व विभाग को भी दे चुकी है। यदि इस दौरान लोकहित का कोई भी काम प्रभावित होता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार व संबंधित विभाग की होगी।