प्रसव के दौरान नवजात की मौत, परिजनों ने किया प्रदर्शन

सिविल अस्पताल में मंगलवार सुबह नार्मल डिलीवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 06:16 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 10:10 PM (IST)
प्रसव के दौरान नवजात की मौत, परिजनों ने किया प्रदर्शन
प्रसव के दौरान नवजात की मौत, परिजनों ने किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : सिविल अस्पताल में मंगलवार सुबह नार्मल डिलीवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई है। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल के मुख्य द्वार पर करीब डेढ़ घंटा प्रदर्शन किया। उधर, डाक्टर का कहना है कि बच्चे की पहले ही पेट में मौत हो गई थी। इस बारे में परिजनों को बताया भी था।

निकटवर्ती गांव गुरदास नंगल के सन्नी की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर 28 नवंबर को सिविल अस्पताल लाया गया था। तीन दिन से उसे प्रसव पीड़ा हो रही थी, लेकिन डिलीवरी नहीं हो रही थी। मंगलवार सुबह महिला रोग विशेषज्ञ डाक्टर सुनीता अपने स्टाफ के साथ गर्भवती महिला की नार्मल डिलीवरी कर रही थी। इसी दौरान नवजात बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद गुस्से में आए परिजनों ने डाक्टर के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। परिजनों का कहना था कि उन्होंने डाक्टर को बार-बार कहा कि वह सिजेरियन आपरेशन कर दें, लेकिन डाक्टर ने एक नहीं सुनी और महिला का नार्मल डिलीवरी कर दी। डिलीवरी के दौरान खींचतान में बच्चे की मौत हो गई। जैसे ही आपरेशन थिएटर से बच्चे की मौत की खबर बाहर आई तो परिजनों ने शेर मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद एकाएक सभी रिश्तेदार एकत्र हो गए और अस्पताल के बाहर धरना लगा दिया है। नवजात बच्चे के पिता सन्नी के साथ मिलकर अन्य रिश्तेदारों ने धरना लगा दिया। प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस कारण डेढ़ घंटे के बाद परिजनों ने खुद ही धरना उठा लिया और एसएमओ को लिखित शिकायत दी। पेट में ही बच्चे की हो चुकी थी मौत : डा. सुनीता

डिलीवरी कराने वाली डा. सुनीता का कहना है कि डिलीवरी से पहले ही बच्चे की मां के पेट में मौत हो चुकी थी। बच्चा पेट में कोई हलचल नहीं कर रहा था, इसलिए नार्मल डिलीवरी की गई। परिवार को पहले ही बता दिया गया था कि बच्चा पेट में कोई हलचल नहीं कर रहा है। परिजनों ने नार्मल डिलीवरी के लिए लिखकर दिया था : एसएमओ

एसएमओ डा. चेतना का कहना है कि बच्चे ने महिला के पेट में ही शौच कर दिया था। इस बारे में परिवार को सूचित किया गया कि पेट में अब इंफेक्शन फेल रही है। इस कारण नार्मल डिलीवरी ही की जाएगी। परिजनों ने नार्मल डिलीवरी के लिए लिखकर भी दिया था। इसके बावजूद भी परिजनों ने प्रदर्शन किया, जो गलत है। बच्चे की धड़कन रुकने की वजह से मौत हुई।

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