कारगिल के रणबांकुरों के बलिदानों के समक्ष राष्ट्र नतमस्तक
कारगिल विजय दिवस पर उस युद्ध में शहादत का जाम पीने वाले रणबांकुरों की शहादत व दीनानगर पुलिस स्टेशन पर हुए आतंकी हमले की 6वीं वर्षगांठ पर हमले में शहीद हुए पंजाब पुलिस के जवानों के बलिदान को नमन करने के लिए शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद की ओर से एसएसएम कालेज के सहयोग से कालेज आडिटोरियम में प्रिसिपल डा. आरके तुली की अध्यक्षता में शौर्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
जागरण टीम, दीनानगर : कारगिल विजय दिवस पर उस युद्ध में शहादत का जाम पीने वाले रणबांकुरों की शहादत व दीनानगर पुलिस स्टेशन पर हुए आतंकी हमले की 6वीं वर्षगांठ पर हमले में शहीद हुए पंजाब पुलिस के जवानों के बलिदान को नमन करने के लिए शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद की ओर से एसएसएम कालेज के सहयोग से कालेज आडिटोरियम में प्रिसिपल डा. आरके तुली की अध्यक्षता में शौर्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें एसएसपी डा.नानक सिंह (आइपीएस) व एडीसी राहुल (आइएएस)बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की, डीएसपी महेश सैनी, कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले वीर चक्र विजेता कैप्टन रघुनाथ सिंह, नायब तहसीलदार अभिषेक वर्मा, प्रि. जसकरणजीत सिंह काहलों, एडीओ नरेश त्रिपाठी, परिषद के प्रैस सचिव बिट्टा काटल, थाना प्रभारी शाम लाल, समाज सेवक इंद्रजीत सिंह बाजवा आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीदों को नमन किया। सर्वप्रथम मुख्यातिथियों व अन्य मेहमानों ने शहीद के चित्र के समक्ष ज्योति प्रज्वलित व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का आगाज किया।
एडीसी राहुल ने कहा कि कारगिल युद्ध भारतीय सेना के अद्भुत शौर्य को दर्शाता है। आज सारा देश इन जांबाजों की शहादत को एक सुर में याद कर रहा है। उसी कड़ी में शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद द्वारा आयोजित यह समारोह देश के शूरवीर सैनिकों की शहादत को जिदा रखने का सराहनीय प्रयास है। ऐसे रणबांकुरों की शहादत के समक्ष राष्ट्र नतमस्तक है। उन्होंने कहा कि एक सैनिक जब सेना में भर्ती होता है तो अपने आपसे तीन वायदे करता है। पहला इस नौकरी में उसे आत्म बलिदान देना पड़ सकता है, दूसरा उसे हमेशा अपना बेस्ट देते हुए हर क्षेत्र में प्रथम आना है, अगर वह प्रथम रहेगा तो उसका देश भी हमेशा पहले नंबर पर रहेगा और तीसरा वह अपनी पूरी नौकरी के दौरान किसी भी कीमत पर अपने देश की एकता व अखंडता को भंग करने में किसी भी बाहरी ताकत से समझौता नहीं करेगा। इस दौरान प्रो. सोनू मंजोत्रा ने देशभक्ति का गीत प्रस्तुत कर हर आंख नम कर दी। मंच संचालन प्रो.प्रबोध ग्रोवर ने बखूबी निभाया। इस अवसर पर मुख्यातिथि द्वारा 35 शहीद परिवारों को स्मृति चिन्ह व दोशाले भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रो.सुबीर, प्रो.सुषमा, प्रो.आरती, प्रो.वंदना, जी.ओ.जी टीम के सूबेदार हरपाल सिंह, सूबेदार शक्ति पठानिया आदि उपस्थित थे। शहीद परिवारों का बेटा बन करूंगा उनकी समस्याओं का समाधान
एसएसपी डा. नानक सिंह ने कहा कि वे शहीद परिवारों को नमन करते हैं, जिन्होंने अपने घरों के चिराग हमारे घरों में रोशनी देने के लिए वतन पर कुर्बान कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि वह इन शहीद परिवारों को इनके लाडले वापस तो नहीं दिला सकते, मगर एक बेटा बनकर उनकी हर समस्या को हल करने का प्रयास करेंगे। चाहे इसके लिए उन्हें कानून के दायरे से बाहर क्यों न जाना पड़े। शहीदों के बच्चों को कालेज देगा मुफ्त शिक्षा : प्रि.तुली
प्रिसिपल डा. आरके तुली ने मेहमानों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह हमारे कालेज के लिए गर्व की बात है कि इतनी संख्या में शहीदों के परिजन इस शौर्य सम्मान समारोह का हिस्सा बने हैं। इसके लिए वे शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि परिषद जिस भी शहीद परिवार के बच्चे की सिफारिश करेगी, कालेज उस बच्चे को मुफ्त शिक्षा देगा। कारगिल के जांबाजों की कुर्बानी देश सदा याद रखेगा : कुंवर विक्की
कुंवर रविन्द्र विक्की ने कहा कि कारगिल युद्ध में भारतीय सेना के जांबाजों ने जिस शूरवीरता व अदम्य साहस का परिचय देते हुए दुश्मन को धूल चटाई, उसकी मिसाल विश्व में अन्य कहीं नहीं मिलती। इन वीरों की कुर्बानी को देश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश में उस युद्ध में 528 सैनिक शहीद हुए, वहीं जिला गुरदासपुर व पठानकोट की वीरभूमि ने उस युद्घ में अपने 8 लाल कुर्बान कर दिये।