शहीद प्रगट सिंह को दी श्रद्धांजलि

शहीद प्रगट सिंह की आत्मिक शांति के लिए रखे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ साहिब के भोग उनके निवास स्थान गांव दुबुर्जी में डाले गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:12 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:12 PM (IST)
शहीद प्रगट सिंह को दी श्रद्धांजलि
शहीद प्रगट सिंह को दी श्रद्धांजलि

संवाद सहयोगी, कलानौर : शहीद प्रगट सिंह की आत्मिक शांति के लिए रखे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ साहिब के भोग उनके निवास स्थान गांव दुबुर्जी में डाले गए। इसके बाद गुरुद्वारा साहिब में भाई गुरमीत सिंह गुरदासपुर वालों के जत्थे ने वैरागमय कीर्तन किया गया।

समारोह में देश के लिए शहीद होने वाले जवानों के परिवारों, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के पदाधिकारियों के अलावा राजनीतिक व धार्मिक नेताओं द्वारा शिरकत की गई। समारोह में जिला प्रशासन व पंजाब सरका का कोई भी अधिकारी न पहुंचने के कारण शहीदों के परिवारों में भारी रोष देखने को मिला। समारोह में जत्थेदार सूच्चा सिंह छोटेपुर प्रधान अपना पंजाब पार्टी व पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब, गुरप्रताप सिंह खुशहालपुर, जत्थे.अमरीक सिंह शाहपुर, चन्नण सिंह खालसा द्वारा शहीद प्रगट सिंह की शहादत व देश के लिए शहीद होने वाले शहीदों की कुर्बानियों की प्रशंसा की गई। डा.शिव सिंह गुरदासपुर वालों ने प्रवचन करते हुए कहा कि मौत एक अटल सच्चाई है। जो इंसान देश व कौम के लिए शहीद होते हैं वह अमर हो जाते हैं। स्टेज सचिव की भूमिका शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के उप प्रधान कुंवर रविदर सिंह विक्की ने निभाई। इस मौके पर जिला रक्षा सेवाएं भलाई विभाग के फील्ड अफसर सूबेदार मेजर सिंह द्वारा लाया गया पांच लाख रुपये की राशि का चेक पूर्व मंत्री सुच्चा सिंह छोटेपुर, गुरप्रताप सिंह खुशहालपुर, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के उप प्रधान कुंवर रविदर विक्की द्वारा शहीद प्रगट सिंह के पिता प्रीतम सिंह व माता सुखविदर कौर को सौंपा गया। समारोह में पुलवामा के शहीद मनिदर सिंह के पिता प्रीतम सिंह, गुरविदर सिंह, भजन सिंह, अमीक सिंह, अमनदीप सिंह, चन्नण, सुखविदर सिंह, बलविदर सिंह, दलबीर सिंह,तेजबीर सिंह,रणबीर सिंह,हरभजन सिंह, सुखविदर सिंह, जसबीर सिंह,जतिदर सिंह, अमन कौर आदि उपस्थित थे। शहीदी समागम में प्रशासनिक अधिकारी का न पहुंचना दुखदायक : छोटेपुर

पूर्व मंत्री व अपना पंजाब पार्टी के प्रधान सुच्चा सिंह छोटेपुर ने कहा कि शहीद प्रगट सिंह के श्रद्धांजलि समारोह में प्रशासनिक अधिकारियों का न पहुंचना दुखदायक है। छोटेपुर ने कहा कि एक फौजी की शहीदी सबसे ऊंची कुर्बानी है। एक फौजी देश की रक्षा के लिए अपनी जानें कुर्बान करते हैं। सरकार व प्रशासन को ऐसी गलतियां नहीं करनी चाहिए। शहीद के परिवार को इससे गहरी चोट लगी है। प्रशासनिक अधिकारियों व सरकार के नेताओं को श्रद्धांजलि समागम में पहुंचना चाहिए था।

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