दूसरे राज्यों से आ रही सब्जियां बिगाड़ रही बजट

जिले में हरी सब्जियों के दाम अभी आसमान पर हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 09:00 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 09:00 AM (IST)
दूसरे राज्यों से आ रही सब्जियां बिगाड़ रही बजट
दूसरे राज्यों से आ रही सब्जियां बिगाड़ रही बजट

बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर

जिले में हरी सब्जियों के दाम अभी आसमान पर हैं। इसका मुख्य कारण जिले के किसानों द्वारा सब्जियां की खेती कम करना है। इस कारण इन दिनों हिमाचल प्रदेश से व्यापारियों को सब्जियां मंगवा कर मार्केट में सप्लाई करनी पड़ रही है। आमद कम होने के कारण कई बार मार्केट में सब्जियों के दाम में काफी उछाल आ जाता है गुरदासपुर सब्जी मंडी के कुछ व्यापारियों का कहना है कि सब्जी मंडी परिसर में इन दिनों स्थानीय स्तर पर सब्जियां कम आ रही हैं। उन्होंने बताया कि हर साल इन दो माह में स्थानीय स्तर पर सब्जियों की आमद कम हो जाती है। जबकि उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश आदि इलाकों से गाजर, मूली, शिमला मिर्च सहित अन्य सब्जियों की आमद हो रही है।

पहले गुरदासपुर की सब्जी मंडी में स्थानीय स्तर के किसान सब्जी लेकर आते थे। इससे लोगों को सब्जी मंडी में खरीदारी करने में आसानी होती थी। ऐसे में लोगों को सब्जी भी सस्ते दाम पर मिल जाती थी। पिछले दो महीने से किसान स्थानीय स्तर पर सब्जी की बुवाई नहीं करके मंडी परिसर में नहीं पहुंच रहे हैं। व्यापारियों की पौ बारह

हिमाचल प्रदेश से सब्जियां सीधे तौर पर व्यापारियों के पास ही पहुंच रही हैं। इसके चलते व्यापारी मार्केट कमेटी के सदस्यों की उपस्थिति में मंडी परिसर में आई सब्जी की बोली करवाने के बाद सब्जी को फड़ी वालों में बेच देते हैं। 10 रुपये दाम की सब्जी मार्केट में आते-आते 40 रुपये किलो तक पहुंच जाती है। इससे इन दिनों व्यापारी खूब चांदी कूट रहे हैं। ऐसे समझें

-स्थानीय किसान जब सब्जियां करते हैं तो ट्रैक्टर-ट्राली पर लेकर शहर में कम दामों पर बेचते हैं।

-स्थानीय स्तर पर सब्जियों की पैदावार नहीं होने के कारण व्यापारी हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश से सब्जियां मंगवा रहे। इससे व्यापारी अपने स्तर पर दाम निर्धारित करते हैं। ऐसे में कीमत अधिक होती है।

-मई, जून व जुलाई में सब्जियां स्थानीय स्तर पर कम होने के कारण दूसरे राज्य अपनी सप्लाई शुरू कर देते हैं। बारिश भी मुख्य कारण

जुलाई, अगस्त महीने में बारिश अधिक होने के कारण किसान सब्जी की बुवाई कम करते हैं। किसानों को यह डर रहता है कि अगर उनकी फसल खराब हो गई तो वह मुआवजे के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटते रहेंगे। इस कारण किसान इन दो माह में सब्जियों की बुवाई करने से गुरेज करते हैं। दस दिन में बढ़ी सब्जियों की कीमतें

सब्जियां कीमत अब कीमत पहले

टमाटर 50 15

भिंडी 40 30

शिमला मिर्च 50 30

बैंगन 50 30

हरे मटर 120 40

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