कलाकारों ने किसानों के साथ मिलाया सुर

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाबी फिल्म व संगीत जगत के कलाकार किसानों के विरोध के सुर के साथ सुर मिला रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 10:16 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:11 AM (IST)
कलाकारों ने किसानों के साथ मिलाया सुर
कलाकारों ने किसानों के साथ मिलाया सुर

जागरण संवाददाता, बटाला : केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाबी फिल्म व संगीत जगत के कलाकार किसानों के विरोध के सुर के साथ सुर मिला रहे हैं। बटाला में पठानकोट हाईवे पर सोमवार को पंजाबी गायकों व अभिनेताओं ने नए कृषि कानूनों के विरोध में धरना लगाया। धरने में पंजाबी गायक व एम्मी विर्क, रंजीत बावा, रेशम सिंह अनमोल, डीजे रंधावा शामिल हुए। धरना सुबह 11 बजे शुरू हुआ और दोपहर तीन बजे तक चला। धरने में कलाकारों ने 'जय जवान, जय किसान' के नारे लगाए। उन्होंने कहा 'मुड़ पै गई है देश नू शहीद-ए-आजम भगत सिंह दी। दिल्ली सरकार नूं वीं हिला देवांगे।' अब वक्त आ गया है कि किसान, कलाकार और युवा एकजुट हो जाएं ताकि सोई हुई केंद्र सरकार को जगाया जाए। वाहेगुरु ने चाहा तो जीत हम सब की होगी।

एम्मी विर्क और रंजीत बावा ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिल पेश करने से पहले किसी किसान संगठन से राय नहीं ली। जिस बिल पर राष्ट्रपति ने मुहर लगाई है उससे किसान और आढ़तियों की हालत खराब हो जाएगी। अब निजी कंपनियां किसानों का शोषण करेंगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं देंगी। कंवर ग्रेवाल ने गीतों से साधा निशाना : सूफी गायक कंवर ग्रेवाल ने अपने गीतों से केंद्र सरकार पर निशाना साधा। 'आंखा खोल पंजाब सियां, तेरे घर वड़ गए लुटेरे,। ग्रेवाल ने कहा कि पहले पंजाबी की जवानी नशे में डूब गई सरकार इस नए कानून से किसानों को डुबोना चाहती है। हरभजन मान, हरजीत सिंह, दीप संधू ने कहा कि पंजाबी कलाकार किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।

रंजीत बावा ने सभी को किया इकट्ठा : पंजाबी गायक व अभिनेता रंजीत बाबा बटाला के ग्रंथिया गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने किसानों के हक में सभी कलाकारों को एक मंच पर एकजुट किया था।

किसानों का नुकसान ही होगा : रेशम अनमोल सिंह

पंजाबी कलाकार व किसानी क्षेत्र के विशेषज्ञ रेशम अनमोल सिंह ने धरने में कहा कि नए कृषि कानूनों से किसानों को कोई फायदा नहीं होने वाला। न्यूनतम समर्थन मूल्य तो जरूर बिल में डाला गया है, लेकिन इससे कम कीमत पर फसल लेने वाले के खिलाफ काननू नहीं बनाया है। हाईवे ट्रैफिक को वन-वे करना पड़ा

धरने में किसान काली झंडियां लेकर पहुंचे थे। हाईवे जाम होने के कारण पुलिस को ट्रैफिक सिंगल लेन पर करना पड़ा। ं बस, ट्रक, कारें वाहन चालक को अपने गंतव्य तक पहुंचने में अधिक समय लगा। हालांकि पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक को सुचारू करने के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया था, मगर अधिक भीड़ के कारण वे बेबस दिखे।

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