पेड़ों को काटने के बजाय अधिक से अधिक पौधे लगाएं : एडवोकेट डीआर शर्मा

पर्यावरण संरक्षण आम तौर पर पेड़ों और हरियाली के संरक्षण को दर्शाता है लेकिन व्यापक अर्थो में इसका तात्पर्य पेड़ों पौधों पशुओं पक्षियों की सुरक्षा से है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 05:36 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 05:36 PM (IST)
पेड़ों को काटने के बजाय अधिक से अधिक पौधे लगाएं : एडवोकेट डीआर शर्मा
पेड़ों को काटने के बजाय अधिक से अधिक पौधे लगाएं : एडवोकेट डीआर शर्मा

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : पर्यावरण संरक्षण आम तौर पर पेड़ों और हरियाली के संरक्षण को दर्शाता है, लेकिन व्यापक अर्थो में इसका तात्पर्य पेड़ों, पौधों, पशुओं, पक्षियों की सुरक्षा से है। वास्तव में पर्यावरण और जीवन के बीच एक अनूठा संबंध है। पर्यावरण संरक्षण मानव जाति के भविष्य और अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। आज पर्यावरणीय गिरावट और जलवायु परिवर्तन ने संपूर्ण मानव जाति को प्रभावित किया है। इस समस्या को दूर करने के लिए हम सबको एक होना चाहिए। अधिक से अधिक पौधारोपण करने के साथ साथ उनकी देखभाल भी करें।

उक्त विचार श्री साई ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट के कोआर्डीनेटर एडवोकेट डीआर शर्मा ने जारी प्रेस बयान में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि उद्योगों के विकास को आम तौर पर विकास के आधार के रूप में माना जाता है। खाद्य उत्पादन के लिए कृषि और सिचाई पर जोर दिया गया है। लेकिन वनों के महत्व के बारे में समझने के लिए पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता है। पेड़ों को अंधाधुंध रूप से काटा जा रहा है। वहीं आम तौर पर उन्हें नए पेड़ों के साथ बदलने की आवश्यकता के प्रति एक उदासीन रवैया है। इसलिए हम पर्यावरण के लिए कई गंभीर दुष्प्रभावों का सामना कर रहे हैं। एडवोकेट शर्मा ने कहा कि पेड़ आक्सीजन का सबसे बड़ा स्त्रोत है। हमें पेड़ काटने के बजाय उन्हें लगाना चाहिए। अगर हवा साफ होगी, पेड़ों की संख्या में वृद्धि होगी और प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिग और ग्रीनहाउस प्रभाव कम हो जाएगा। एडवोकेट शर्मा ने कहा कि पेड़ आक्सीजन का सबसे बड़ा स्त्रोत है। हमें पेड़ काटने के बजाय उन्हें लगाना चाहिए। अगर हवा साफ होगी, पेड़ों की संख्या में वृद्धि होगी और प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिग और ग्रीनहाउस प्रभाव कम हो जाएगा।

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