भगवान राम ने किया कुंभकर्ण का वध

श्री कौशल नंदन रामलीला कमेटी की ओर से नगर कौंसिल के मैदान में किए जा रहे रामलीला मंचन की 15वीं संध्या में कलाकारों ने श्रीराम-कुंभकर्ण व लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध प्रसंग का मंचन किया। कुंभकर्ण श्रीराम का भीषण युद्ध शुरू होता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 04:53 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 04:53 PM (IST)
भगवान राम ने किया कुंभकर्ण का वध
भगवान राम ने किया कुंभकर्ण का वध

संवाद सहयोगी, कादियां : श्री कौशल नंदन रामलीला कमेटी की ओर से नगर कौंसिल के मैदान में किए जा रहे रामलीला मंचन की 15वीं संध्या में कलाकारों ने श्रीराम-कुंभकर्ण व लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध प्रसंग का मंचन किया। कुंभकर्ण श्रीराम का भीषण युद्ध शुरू होता है। अंत में श्रीराम कुंभकर्ण का वध कर देते हैं तथा लक्ष्मण श्रीराम का आशीर्वाद लेकर मेघनाद से युद्ध करने के लिए आते हैं।

युद्ध में मेघनाद लक्ष्मण के ऊपर ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर उन्हें मूर्छित कर देता है। विभीषण की सलाह पर लंका से सुशेन वैद्य को लाया जाता है। वे हिमालय से संजीवनी बूटी लाने को कहते हैं। हिमालय पर पहुंच कर हनुमान जड़ी-बूटी को पहचान नहीं पाते तो पूरा पहाड़ ही ले आते हैं। संजीवनी बूटी से लक्ष्मण होश में आ जाते हैं। इस मौके पर प्रधान केवल लुथरा, गुरइकबाल सिंह महल, वरिदर प्रभाकर, चेयरमैन नरेश्वर नीटा भनोट, डायरेक्टर विजय कुमार, उपप्रधान विकास भनोट, महासचिव डिम्पल भनोट, दीपक भनोट, रवि केहड़, नरेश कुमार प्रधान मंदिर श्री ठाकुरद्वारा कमेटी, सुनील भनोट, नवीन शर्मा, सचिव राज कुमार, संजीव भनोट पंकज, मोहित, अमित टैंट, अमित, सचिन, रूप लाल, अजय कुमार, साहिल, प्रदीप कुमार, संदीप खोसला, सुरिन्द्र भाटिया, अशोक कुमार, देवांश, मानव, अमित कुमार व अन्य मौजूद रहे।

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