पहले फ्रंट लाइन वारियर्स को लगेगी कोरोना वैक्सीन

आक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविडशील्ड के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश के बाद सेहत विभाग की ओर से लोगों को वेक्सीन लगाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 03 Jan 2021 06:00 AM (IST)
पहले फ्रंट लाइन वारियर्स को लगेगी कोरोना वैक्सीन
पहले फ्रंट लाइन वारियर्स को लगेगी कोरोना वैक्सीन

सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर :

केंद्र सरकार की विशेषज्ञ समिति की ओर से आक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविडशील्ड के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश के बाद सेहत विभाग की ओर से लोगों को वेक्सीन लगाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। जिसके तहत सेहत विभाग की ओर से एएनएम, हेल्थ वर्कर व अन्य स्टाफ को वैक्सीन संबंधी पूरी जानकारी देने के लिए शनिवार को सिविल अस्पताल गुरदासपुर में ट्रेनिग कैंप लगाया गया। इसकी अध्यक्षता नोडल अफसर एसएमओ गुरदासपुर डा. चेतना द्वारा की गई।

डा. चेतना ने बताया कि सिविल अस्पताल में समूह संबंधित स्टाफ को वैक्सीन संबंधी पूरी जानकारी मुहैया करवाने के लिए ट्रेनिग कैंप लगाया गया। इस कैंप में उन्हें वैक्सीन लगाने, टीमें बनाने, वैक्सीन को रखने, वैक्सीन एरिया बनाने, कंट्रोल रूम स्थापित करने आदि की जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण कैंप में डा. आदेश्वर, डा. चरणप्रीत और डा. अनीता द्वारा विशेष रूप से हिस्सा लेकर जानकारी मुहैया करवाई गई। पीपी यूनिट गुरदासपुर में लगाई जाएगी वैक्सीन

डा. चेतना ने बताया कि वैक्सीन लगाने के लिए पुराने सिविल अस्पताल में स्थित पीपी यूनिट गुरदासपुर को निर्धारित किया गया है। इसके अलावा अर्बन स्तर पर भी यूनिट बनाए जाएंगे। फिलहाल पहली स्टेज में केवल हेल्थ विभाग के कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। उनके लिए पीपी यूनिट गुरदासपुर की जगह ही निर्धारित की गई है।

सभी कर्मचारी करवाएं रजिस्ट्रेशन

डा. चेतना ने बताया कि पहले चरण में भले ही सेहत विभाग के कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगी, लेकिन उनके लिए भी पहले आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवानी जरुरी होगी। उन्होंने बताया कि अभी तक जिले में 950 कर्मचारियों की रजिस्ट्रेशन हो चुकी है। उन्होंने समूह कर्मचारियों से अपील की कि जो कर्मचारी रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए हैं वे सिविल अस्पताल में पहुंच कर जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करवाएं। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन का सारा काम आनलाइन होगा। इस लिए केवल उन्हीं लोगों को वेक्सीन लगाई जाएगी, जिनके नाम रजिस्टर्ड होंगे। उन्होंने बताया कि वेक्सीन लगाने के बाद कितने लोगों को वैक्सीन लगा और कितने लोगों को वैक्सीन लगाना बाकी है, इस संबंधी पूरी जानकारी भी आनलाइन उपलब्ध होगी। वैक्सीन लगने के बाद 30 मिनट तक निगरानी में रखा जाएगा

डा. चेतना ने बताया कि जिन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी, उन्हें 30 मिनट तक विशेषज्ञों की निगरानी में रखा जाएगा ताकि उन्हें किसी तरह की समस्या आने पर तुरंत रूप से डाक्टरी सहायता मुहैया करवाई जा सके। इस लिए एक दिन में 100 लोगों को वेक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि वेक्सीन लगाने के दौरान पूरी सावधानी बरतने के लिए ही एक दिन में केवल 100 ही लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हर बूथ के बाहर खड़ी रहेगी 108 एम्बुलेंस

डा. चेतना ने बताया कि जब कोरोना वेक्सीन लगाने का काम शुरू किया जाएगा तो हर बूथ के बाहर 108 एम्बुलेंस रखने का प्रावधान किया जाएगा ताकि अगर वैक्सीन लगाने के बाद किसी को अधिक समस्या आएं तो उसे 108 एम्बुलेंस के माध्यम से तुरंत दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सके।

इन विषयों पर दी गई ट्रेनिग

--कैसे लगाई जाएंगी वैक्सीन ।

--वैक्सीन के लिए कैसे तैयार की जाएगी किट्स।

--वैक्सीन लगवाने आने वाले लोगों के लिए कैसे बनाया जाएगा वेटिग एरिया।

--कहां पर स्थापित किया जाएगा कंट्रोल रूम।

--अगर कोई मुश्किल आए तो टीम को कहां पर तुरंत करना होगा सूचित।

--जिले में कितने बूथ लगाए जाएंगे।

--बूथ लगाने के लिए क्या-क्या शर्तें होंगी।

--टीम में किस तरह का स्टाफ और कितना स्टाफ शामिल किया जाएगा।

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