कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सेहत विभाग ने किए प्रबंध मुकम्मल

देश में करोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर बटाला सेहत विभाग की तरफ से सिविल अस्पताल में पूरे प्रबंध किए जाने का दावा किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 07:01 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 07:01 PM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सेहत विभाग ने किए प्रबंध मुकम्मल
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सेहत विभाग ने किए प्रबंध मुकम्मल

परमवीर ऋषि, बटाला

देश में करोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर बटाला सेहत विभाग की तरफ से सिविल अस्पताल में पूरे प्रबंध किए जाने का दावा किया गया है। सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर ललित मोहन ने बताया कि कारोना को लेकर अस्पताल में 50 बेड का आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है। सरकार की तरफ से बनाया गया नया आक्सीजन प्लांट भी पूरी तरह से शुरू हो गया है। इससे कि आने वाले दिनों में अगर करोना पीड़ित मरीज को आक्सीजन की जरूरत पड़ती है तो उसे पूरा करने के लिए यह आक्सीजन प्लांट पूरी तरह से सक्षम है। अगर कोरोना की तीसरी लहर अगर आती है तो सेहत विभाग की तरफ से प्रबंध पूरे किए जा चुके हैं। जबकि विभाग लोगों को करोना से बचने के लिए अनेक प्रचार के माध्यमों से जागरूक भी कर रहा है।

डाक्टर ललित मोहन ने कहा कि लोगों को इस समय सावधानी रखनी चाहिए। जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उससे तभी बचा जा सकता है जब लोग शारीरिक दूरी बना कर रखेंगे और अपने मुंह पर मास्क डाल कर घर से जरूरी काम पर निकलेगे। इस तीसरी लहर से निपटने के लिए समाज को भी सेहत विभाग का साथ देना चाहिए भी इस पर काबू पाया जा सकता है। बटाला में कितने लोगों को लगी वैक्सीन

सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर ललित मोहन ने बताया कि बटाला में अभी तक कुल 118250 लोगों को करोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसमें से पहली डोज कोवीशील्ड 63848 और दूसरी डोज 40730 कुल कोविड वैक्सीन 104578 लोगों को लगाई जा चुकी है। वहीं को वैक्सीन की पहली डोज 9169 व दूसरी डोज 4603 लोगों को जबकि कुल को वैक्सीन 13672 लोगों को लगाई जा चुकी है। इस तरह कोरोना के से बचने के लिए इलाके के 118250 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। रोजाना करीब 70 से 90 लोगों के लिए जा रहे सैंपल

डाक्टर ललित मोहन ने बताया कि सिविल अस्पताल में करोनो के बचाव के लिए लोगों को प्रचार माध्यम से अवेयर भी किया जा रहा है। जबकि अस्पताल में लगाए गए आक्सीजन प्लांट को जरूरत पड़ने पर चलाया जाता है तो उससे प्रति मिनट एक हजार लीटर आक्सीजन उपलब्ध होगी।

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