आतंकी हमले के बाद लगातार विवादों में घिरे रहे एसपी सल¨वदर ¨सह

पूर्व एसपी सल¨वदर ¨सह पठानकोट एयरबेस पर हुए बड़े आतंकी हमले के दौरान चर्चा में आया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 07:11 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 07:11 PM (IST)
आतंकी हमले के बाद लगातार विवादों में घिरे रहे एसपी सल¨वदर ¨सह
आतंकी हमले के बाद लगातार विवादों में घिरे रहे एसपी सल¨वदर ¨सह

सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर

पूर्व एसपी सल¨वदर ¨सह पठानकोट एयरबेस पर हुए बड़े आतंकी हमले के दौरान चर्चा में आया था। इसके बाद उस पर एक के बाद एक आरोप लगते गए। हालांकि आतंकवादियों द्वारा अगवा करके दोबारा छोड़ दिए जाने के विवाद से तो एनआइए से क्लीन चिट मिलने के बाद वह बच निकला, लेकिन उसी साल में सल¨वदर ¨सह के खिलाफ एक महिला से दुष्कर्म और अपने ही विभाग की महिला पुलिस कर्मचारियों के साथ छेड़छाड़ करने का मामला भी दर्ज हो गया।

गौरतलब है कि पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकवादियों ने एसपी सल¨वदर ¨सह को उसके दो अन्य साथियों के साथ अगवा करके छोड़ दिया था। इसके बाद वह पूरे देश में चर्चा में आ गया। इसी दौरान उसके खिलाफ तीन अगस्त 2016 को पुलिस थाना सिटी गुरदासपुर में गीता भवन रोड में रहने वाली एक महिला ने मुख्यमंत्री के ऑनलाइन संगत दर्शन में शिकायत की थी। विभागीय जांच के बाद मामला दर्ज किया गया था। इसके दो माह बाद ही पुलिस विभाग की ही तीन महिला कर्मचारियों ने सलविंदर सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगा दिया। इसकी जांच के बाद 20 अक्टूबर 2016 को थाना सिटी में यह भी मामला दर्ज हो गया। वीरवार को सजा सुनने के बाद जब सल¨वदर ¨सह बाहर निकले तो उनके चेहरे पर एक डर साफ झलक रहा था। जब उससे पूछा गया कि उसे किसने फंसाया है तो उसने कहा कि यह तो भगवान को ही पता होगा। पाकिस्तान के आतंकियों ने किया था अगवा

एसपी सल¨वदर ¨सह को 31 दिसंबर 2015 को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था और उसे सही सलामत पठानकोट के नजदीक छोड़ भी दिया गया था। इन्हीं आतंकवादियों ने 1-2 जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर बड़ा आतंकवादी हमला किया था। इस पूरे घटनाक्रम में एसपी सल¨वदर ¨सह खुद संदेह के घेरे में आ गया था। परिवार ने करवाया अमृतसर जेल में शिफ्ट

सल¨वदर ¨सह को जब पहले विवाद के दौरान अदालत ने केंद्रीय जेल गुरदासपुर में भेजा तो पुलिस ने गुरदासपुर जेल में रखने से इंकार कर दिया, वहीं उसके अपने परिवार ने भी उसे गुरदासपुर की अलावा किसी अन्य जेल में रखने के लिए कहा गया। इसके बाद उसे अमृतसर जेल में रखा गया था। इस बार भी सल¨वदर ¨सह की सुरक्षा के मद्देनजर उसे अमृतसर जेल में ही रखा गया है। माना जा रहा है कि गुरदासपुर की केंद्रीय जेल में ऐसे कई लोग बंद हैं, जिनसे सल¨वदर ¨सह की सीधी दुश्मनी है। इसके चलते उसकी जान को खतरा हो सकता है। पौने दो घंटे अदालत में बिताए

सल¨वदर ¨सह को अदालत ने 15 फरवरी को ही दोषी करार दे दिया था। सजा सुनाने के लिए 21 फरवरी का दिन निश्चित किया गया था। इसके चलते वीरवार को दोपहर एक बजे सल¨वदर ¨सह को पुलिस पार्टी द्वारा अदालत में लाया गया। वहां सजा सुनाए जाने के दौरान सल¨वदर ¨सह को पुलिस पौने दो घंटे बाद 1.48 पर अदालत से लेकर रवाना हुई। उसका सिविल अस्पताल गुरदासपुर में मेडिकल करवाने के बाद उसे अमृतसर जेल ले जाया गया।

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