रावी दरिया पर पक्का पुल बनाने की मांग को लेकर लोकसभा चुनाव का बायकॉट
विगत दिनों हुई तेज बारिश के कारण रावी दरिया में पानी उफान पर हो गया था।
संवाद सूत्र, बहरामपुर : विगत दिनों हुई तेज बारिश के कारण रावी दरिया में पानी उफान पर हो गया था। इस वजह से दरिया पर बना पैंटून पुल बह गया और दरिया पार बसे आठ गांवों के लोगों का देश से संपर्क टूट गया। उधर, जिन किसानों की जमीन दरिया पार है उनके अब गन्ने की फसल मिल में लेकर जाने में मुश्किल पैदा हो रही है। बुधवार को रोष में आए किसानों ने मकौड़ा पत्तन पर लोकनिर्माण विभाग तथा पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
किसान अमरीक ¨सह, रूप ¨सह, सरवन ¨सह, रछपाल ¨सह, हरदेव ¨सह ने बताया कि विभाग तथा सरकार की वजह से पुल पहले 45 दिन लेट बनाया गया था। वह भी अब बह चुका है। दरिया पार बसे गांव तूर, राजपुर, चेबे, मम्मी चकरंजा, झुंबर, लशियान, कुक्कड़ आदि के गांवों के किसानों का गन्ना अभी तक खेतों में खड़ा है, जिस कारण उन्हें भारी परेशानी के आलम से गुजरना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी व सांसद सुनील जाखड़ व न ही कोई अधिकारी उनकी कोई सुध लेने आया है और न ही इनके द्वारा पक्के पुल का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि उनकी ओर से इनसे कई बार पक्के पुल की मांग कर चुके हैं। लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान देने उचित नहीं समझा। इस मौके पर अमरीक ¨सह, म¨नदर ¨सह, तारा ¨सह, तरलोक ¨सह, अर्जुन ¨सह, हरदेव ¨सह, बलवंत ¨सह, प्यारा ¨सह, बलबीर ¨सह, दनेर ¨सह व अन्य उपस्थित थे।
उधर किसानों ने घोषणा कर दी है कि वह आने वाले दिनों होने वाले लोकसभा चुनाव का वह बायकाट करेंगे। किसानों ने कहा कि हर बार चुनाव के समय नेता उनसे वोटें बटौरने के लिए आ जाते हैं,लेकिन उनकी समस्या का हल निकालना कोई भी जरुरी नहीं समझता। इसलिए वह आगामी चुनाव का बायकाट करते हैं।