सरकारी नौकरियों पर दूसरे राज्यों के लोग हो काबिज : बब्बेहाली
पंजाब सरकार पिछले विधानसभा चुनाव में नौकरी देने के अपने वादे को पूरा करने में बुरी तरह विफल रही है।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर
: पंजाब सरकार पिछले विधानसभा चुनाव में घर-घर नौकरी देने के अपने वादे को पूरा करने में बुरी तरह विफल रही है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के कारण पिछले साढ़े चार साल में एक भी बेरोजगार युवक को सरकारी नौकरी नहीं मिली है। यह बात शिरोमणि अकाली दल जिला गुरदासपुर अध्यक्ष और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव गुरबचन सिंह बब्बेहली ने प्रेस को जारी एक बयान में कही।
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सरकार की ओर से नौकरियों के लिए जो टेस्ट लिए हैं, उसमें भी सरकार की नालायकी के कारण पंजाबियों की जगह बाहरी राज्य के प्रत्याशियों का कब्जा हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा नौकरियों के लिए डोमीसाइल की शर्त न रखी जाए और कुछ अनावश्यक शर्तें रखी गई है, जिस कारण पंजाबी युवा नौकरी से वंचित हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन और पंजाब ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ने लाइनमैनों की 1700 पदों के अलावा एसडीओ और जेई की भर्ती के लिए परीक्षा ली गई। परीक्षा परिणाम के अनुसार जब पहले 100 युवाओं की मेरिट लिस्ट की जांच की गई तो 38 से 70 फीसदी नौकरियों में बाहरी राज्यों के युवा कब्जा करने जा रहे है। लाइनमैन के पद के लिए अनावश्यक शर्तें रखी गई हैं। राज्य सरकार ने लाइनमैन के पद के लिए एक अलग प्रशिक्षण की शर्त रख दी है, जो कि पंजाब में होती ही नहीं। इस स्थिति के कारण पंजाब के युवा सरकारी नौकरी से वंचित हो गए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी नौकरियों के लिए डोमीसाइल की शर्त को अनिवार्य करें और लाइनमैन के पद के लिए प्रशिक्षण की शर्त को समाप्त करें।