आइटीआइ के ठेका कर्मियों ने मंत्री अरुणा चौधरी को सौंपा ज्ञापन

सरकारी आइटीआइ में ठेके पर काम कर रहे इंस्ट्रक्टरों ने सरकारी आइटीआइज मुलाजिम यूनियन पंजाब के बैनर तले कैबिनेट मंत्री अरुण चौधरी को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Jul 2021 06:57 PM (IST) Updated:Wed, 07 Jul 2021 06:57 PM (IST)
आइटीआइ के ठेका कर्मियों ने मंत्री अरुणा चौधरी को सौंपा ज्ञापन
आइटीआइ के ठेका कर्मियों ने मंत्री अरुणा चौधरी को सौंपा ज्ञापन

संवाद सूत्र, दीनानगर : सरकारी आइटीआइ में ठेके पर काम कर रहे इंस्ट्रक्टरों ने सरकारी आइटीआइज मुलाजिम यूनियन पंजाब के बैनर तले कैबिनेट मंत्री अरुण चौधरी को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। संगठन के नेता सेवा संघ सुखराज सिंह, जतिदर सिंह, जसपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आइएमसी द्वारा भर्ती किए गए करीब 350 इंस्ट्रक्टर सरकारी सुविधा के बिना पूरी तनदेही और ईमानदारी के साथ बहुत कम वेतन पर सेवा निभा रहे हैं, जबकि उनसे एक रेगुलर कर्मचारी से भी ज्यादा काम लिया जा रहा है।

अब तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक सिखलाई विभाग पंजाब की ओर से नहीं गेस्ट फैकेल्टी इंस्पेक्टर रखने के लिए आइएमसी को कम से कम 15 हजार प्रति माह मानदेय देने के लिए बजट जारी किया गया है, मगर 10-11 साल से आइएमसी के अंतर्गत काम कर रहे इंस्ट्रक्टर का वेतन जारी किए गए बजट की गाइडलाइन से काफी कम है। उन्होंने कहा कि विभिन्न आइटीआइ में काम कर रहे इंस्ट्रक्टरों को कहीं छह हजार तो कहीं 14 हजार मानदेय दिया जा रहा है। गाइडलाइंस के अनुसार 21 जुलाई 2014 से कम से कम 14 हजार रुपये प्रति माह वेतन और पांच फीसद वार्षिक इंक्रीमेंट लगाने के बारे में कहा गया है। शिक्षा मंत्री को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने अपील की कि 350 इंस्ट्रक्टरो को कम से कम बेसिक वेतन पर उचित योग्यता के आधार पर तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत मर्ज किया जाए। पीपीपी योजना के अंतर्गत काम कर रहे सभी 350 इंस्पेक्टरों को कम से कम 15 हजार रुपये प्रति माह वेतन और पीपीपी की गाइडलाइन के अनुसार पांच फीसद इंक्रीमेंट लगाकर वेतन दिया जाए। इस अवसर पर प्रभनीत कौर, दिलारा ओलख, गुरजीत सिंह, मेहकदीप, अजय कुमार, विक्रमजीत, मनदीप कौर, ममता देवी, रजनी व स्नेह लता इत्यादि उपस्थित थे।

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