डीसी दफ्तर के सामने लगाया पक्का मोर्चा

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के जिला गुरदासपुर ने मंगलवार को जिला प्रधान गुरप्रीत सिंह खानपुर और सोहन सिंह गिल की अध्यक्षता में डीसी दफ्तर के सामने पक्का मोर्चा लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 03:23 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 03:23 PM (IST)
डीसी दफ्तर के सामने लगाया पक्का मोर्चा
डीसी दफ्तर के सामने लगाया पक्का मोर्चा

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के जिला गुरदासपुर ने मंगलवार को जिला प्रधान गुरप्रीत सिंह खानपुर और सोहन सिंह गिल की अध्यक्षता में डीसी दफ्तर के सामने पक्का मोर्चा लगाया। इसमें बड़ी संख्या में किसान महिलाएं व किसान-मजदूर शामिल हुए। प्रदेशाध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लगाए गए लाकडाउन की आड़ में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि हर वर्ग के लिए घातक है।

केंद्र सरकार इसे रद करके किसानों के हक में फैसले लेने के बजाय कारपोरेट घरानों के हाथों की कठपुतली बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इसे रद नहीं करती किसानों का संघर्ष जारी रहेगा, भले ही उन्हें कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। उन्होंने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार भी अपनी वायदों से बुरी तरह से फेल हो चुकी है। चुनावों के समय जो कांग्रेसी मंत्रियों ने वायदे किए थे, अब वो उससे भाग रहे हैं। उन्होंने मांग की कि कृषि कानून रद किए जाए, बासमती 1121 का मूल्य 5500 रुपये किया जाए, बासमती ट्रेडिग कापोरेशन बनाई जाए और जो धान की खरीद पर अनावश्यक शर्ते लगाई गई हैं उन्हें वापस लिया जाए, धान की नमी की मात्रा 17 फीसद से बढ़ाकर 22 फीसद की जाए, गन्ने का बकाया किसानों के खातों में डाला जाए, गन्ना मिल को एक नवंबर से शुरू किया जाए। किसानों का समूचा कर्जा माफ किया जाए, घर-घर नौकरी दी जाए, बेरोजगारी भत्ता दिया जाए, शगुन स्कीम 51 हजार रुपये किया जाए, बुढ़ापा पेंशन बढ़ाया जाए, नशे पर रोक लगाई जाए, कार्यालयों में फैला भ्रष्टाचार को बंद किया जाए, भू माफिया रेत माफिया, केबल माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया आदि पर रोक लगाई जाए, दिल्ली संघर्ष के दौरान जिन किसानों की मौत हो चुकी है, उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। इस दौरान किसान महिलाओं ने भी अपने विचार रखे।

उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे अपने किसान भाइयों का पूरा सहयोग देंगे। इस मौके पर दविदर कौर, अमृतपाल कौर, सुखदेव कौर, परमजीत कौर, रमनजीत कौर, सुखवंत कौर के अलावा गुरप्रताप सिंह, सुखजिदर सिंह, गुरमुख सिंह, अनूप सिंह, कैप्टन शमिदर सिंह, हरदीप सिंह, परमिदर सिंह चीमा, बलजीत सिंह, हरभजन सिंह, हरविदर सिंह, झिरमल सिंह, रणधीर सिंह, सुखविदर सिंह, सुखदेव सिंह, अनोख सिंह, सुखविदर सिंह आदि उपस्थित थे।

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