पानी नहीं मिलने से धान के खेत भी सूख रहे
पंजाब सरकार की ओर से दस जून से धान की रोपाई शुरू की गई है।
संवाद सहयोगी, कलानौर : पंजाब सरकार की ओर से दस जून से धान की रोपाई शुरू की गई है। वहीं धान की बिजाई के दौरान बिजली के लग रहे कटों ने किसानों को भी काफी परेशान कर रखा है। ट्यूबवेलों की बिजली न आने के कारण धान की फसल सूखने लगी है।
किसान कुलवंत सिंह, सुखविदर सिंह ने बताया कि यहां गत दिनों तेज आंधी के कारण बिजली के पोल व ट्रांसफार्मर खेतों में गिर गए थे। इस कारण काफी दिनों तक बिजली सप्लाई प्रभावित रही। वहीं अब बिजली के कट लगने के कारण किसानों की फसलों को ट्यूबवेलों का पानी नहीं मिल रहा। हालांकि पंजाब सरकार द्वारा दावा किया गया था कि ट्यूबवेलों की बिजली आठ घंटे लगातार मुहैया करवाने कादावा किया था, लेकिन अफसोस बिजली पांच घंटे ही प्राप्त हो रही है। वह महंगे दाम का डीजल खरीदकर फसलों को ट्यूबवेलों से पानी दे रहे हैं।
उधर, इस मामले संबंधी एसडीओ खजान सिंह खैहरा का कहना है कि पावरकाम द्वारा किसानों को ट्यूबवेलों की आठ घंटे बिजली सप्लाई करवाई जा रही है। जबकि पावर कंट्रोलर पटियाला की हिदायतों के अनुसार समय-समय पर बिजली के कट लगाए जा रहे हैं।