मांगों को मानने पर किसानों ने खत्म किया धरना

पिछले पांच दिनों से अपनी मांगों को लेकर डेरा बाबा नानक करतारपुर कारिडोर पर धरना लगाकर बैठे किसानों की मांगों को प्रशासन ने मान लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:52 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:52 PM (IST)
मांगों को मानने पर किसानों ने खत्म किया धरना
मांगों को मानने पर किसानों ने खत्म किया धरना

संवाद सहयोगी, डेरा बाबा नानक : पिछले पांच दिनों से अपनी मांगों को लेकर डेरा बाबा नानक करतारपुर कारिडोर पर धरना लगाकर बैठे किसानों की मांगों को प्रशासन ने मान लिया है। इस कारण अब किसानों ने अपना धरना उठा लिया है।

शुक्रवार को करतारपुर कारिडोर पर पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे किसानों की मांगें परवान करने संबंधी रेस्ट हाउस डेरा बाबा नानक में एडीसी राहुल कुमार, तहसीलदार नवप्रीत सिंह रंधावा, डीएसपी कंवलप्रीत सिंह आदि प्रशासनिक अधिकारियों व किसानों के बीच लंबी बातचीत चली। इस दौरान प्रशासन ने किसानों को कहा कि जिन किसानों की जमीन करतारपुर कारिडोर व पैसेंजर टर्मिनल के निर्माण के दौरान आई है, उन्हीं किसानों के ट्यूबवेल, पेड व ट्यूबवेल के बोर की अदायगी 15 अगस्त तक संबंधित किसानों के खाते में डाल दी जाएगी। इसके अलावा जिन किसानों की जमीन कारिडोर में 50 फीसद (दो एकड़ वाले किसान की एक एकड़ जमीन) आई है, उन्हीं किसानों को पांच लाख रुपये की मुआवजा राशि मुहैया करवा दी जाएगी।

किसानों ने कहा कि डेरा बाबा नानक की राष्ट्रीय सीमा के साथ लगते गांव पक्खोके टाहली साहिब, मान, जौडि़यां के किसान समय समय पर भारत-पाक के युद्ध व रावी दरिया के बाढ़ की मार से पहले ही आर्थिक तौर पर कमजोर हो चुके हैं। वहीं श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर उनकी सब्जियों की काश्त करने वाली जमीन कारिडोर व पैसेंजर टर्मिनल में आने से किसानों को और आर्थिक तौर पर धक्का लगा है। करतारपुर कारिडोर खोलने को लेकर किसानों ने अपनी जमीन सरकार दी थी, जबकि अब सरकार का भी फर्ज बनता है कि पिछड़े क्षेत्र के किसानों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए सहायता करें। इस मौके पर थाना प्रभारी अवतार सिंह कंग, किसान गुरनाम सिंह, सुरजीत सिंह, तरलोचन सिंह, प्रितपाल सिंह, सुखदेव सिंह, सतनाम सिंह आदि उपस्थित थे।

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