विरोध के बाद लौटी टीम, नहीं ले पाई सैंपल

टीमें गांव बागड़ीया मूल्लांवाल व मौजपुर में कोरोना सैंपल लेने और लोगों को कोरोना सैंपल देने के लिए प्रेरित करने पहुंची थी। संवाद सहयोगी काहनूवान कोरोना प्रभाव से गुजर रहे तीन गांवों में लोगों के सैंपल लेने

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 Aug 2020 10:31 PM (IST) Updated:Sat, 29 Aug 2020 10:31 PM (IST)
विरोध के बाद लौटी टीम, नहीं ले पाई सैंपल
विरोध के बाद लौटी टीम, नहीं ले पाई सैंपल

संवाद सहयोगी, काहनूवान : कोरोना प्रभाव से गुजर रहे तीन गांवों में लोगों के सैंपल लेने पहुंची सेहत विभाग की टीम को गांववासियों व किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। टीमें गांव बागड़ीया, मूल्लांवाल व मौजपुर में कोरोना सैंपल लेने और लोगों को कोरोना सैंपल देने के लिए प्रेरित करने पहुंची थी। टीम के गांव बागडि़या में पहुंचते ही किसान मजदूर संघर्ष कमेटी से कामरेड सोहन सिंह व सर्कल इंचार्ज जसबीर सिंह गोराया के नेतृत्व में गांववासियों, किसानों व मजदूरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी।

इन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना की आड़ में कुछ जगहों पर गांववासियों को जबरन पीड़ित बताकर उनकी सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। पहले ही लोग कोरोना महामारी के चलते डरे हुए है, जबकि अब सेहत विभाग जबरन उनके टेस्ट कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह किसी को भी गांवों में जाने नहीं देंगे और न ही सेहत विभाग के कर्मचारियों को जबरन उनका सैंपल लेने देंगे। स्थिति को तनावपूर्ण होता देख सेहत विभाग की टीम वहां से लौट गई। बाकी दोनों गांवों में भी टीम को ऐसे ही विरोध का सामना करना पड़ा। फर्जी वायरल वीडियो से गुमराह हो रहे गांववासी

थाना भैणी मियां खां की एसएमओ डॉ. भुपिदर कौर ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से अमानत मसीह और सेहत विभाग के अधिकारी अमरीक सिंह के नेतृत्व में टीम गांव बागड़ीया, मोजपुर व मुल्लांवाल में पहुंची तो संगठनों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। विरोध का कारण पूछने पर वे यूट्यूब व अन्य वायरल वीडियो दिखाने लगे। मामला डीसी गुरदासपुर के ध्यान में लाया जाएगा।

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