प्रधानमंत्री का पुतला फूंक किसानों ने किया प्रदर्शन

संयुक्त किसान मोर्चे के आहवान पर शनिवार को गुरदासपुर के रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठे हुए किसान नेताओं ने प्रधानमंत्री गृह मंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला फूंक प्रदर्शन किया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 10:38 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 10:38 PM (IST)
प्रधानमंत्री का पुतला फूंक किसानों ने किया प्रदर्शन
प्रधानमंत्री का पुतला फूंक किसानों ने किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर :

संयुक्त किसान मोर्चे के आहवान पर शनिवार को गुरदासपुर के रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठे हुए किसान नेताओं ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला फूंक प्रदर्शन किया। शहर में रोष रैली निकालने के बाद पुरानी दाना मंडी चौंक में तीनों नेताओं को पुतले जलाकर नारेबाजी की गई। जिसकी अध्यक्षता अध्यक्षता जागीर सिंह, गुरदीप सिंह मुस्तफाबाद और माखन सिंह ने संयुक्त तौर पर की। वक्ताओं ने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार वर्तमान में तानाशाह हिटलर की नीतियों का पालन कर रही है। लखीमपुर खीरी की घटना बहुत ही निदनीय है। उन्होंने मांग की कि लखीमपुर खीरी में घटनाक्रम को अंजाम देने वाले मंत्री को तत्काल मंत्रिमंडल से हटाया जाए। उन्होंने टिकरी बार्डर पर एक निहंग द्वारा एक व्यक्ति की हत्या की निदा करते हुए इसकी जांच की मांग की। नेताओं का कि 18 अक्टूबर को रेलवे ट्रैक पर धरना देकर देशभर में ट्रेनों को रोका जाएगा। इस मौके पर सुखदेव सिंह भगोकावां, एसपी सिंह गोसल, तरलोक सिंह बहरामपुर, अजीत सिंह हुंडल, बलबीर सिंह रंधावा, गुरप्रीत सिंह घुम्मण, चन्नन सिंह, अश्विनी कुमार, करनैल सिंह, कुलविदर सिंह, मक्खन सिंह, पलविदर सिंह, नाथू सिंह, रघबीर, अविनाश सिंह, कुलजीत सिंह सिधवां, कपूर सिंह घुम्मन, दलबीर सिंह डुगरी आदि उपस्थित थे। कृषि कानूनों के खिलाफ केंद्र सरकार को कोसा

संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के सुक्खा सिंह मेहताब सिंह चौक पर पुतले जलाकर नारेबाजी की।

जोन अच्चल साहिब के प्रधान हरभजन सिंह वैरोनंगल, बटाला जोन के प्रधान झिरमल सिंह, फौजा सिंह जोन के प्रधान हरविदर सिंह, राम थम्मण जोन के प्रधान हरविदर सिंह ने की। इस दौरान प्रधान हरभजन सिंह वैरोनंगल ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 11 महीनों से किसान-मजदूर दिल्ली के बार्डरों पर डटे हुए हैं। केंद्र ने किसानों का कोई मसला हल नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मंडियों में भी किसानों की लूट रोकी जाए और किसानों को धान का पूरा मूल्य दिया जाए। किसानों ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को रद्द नहीं करती, तक तक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर हरविदर सिंह खुजाला, झिरमल सिंह, हरविदर सिंह, सतनाम सिंह, हरजीत सिंह, मास्टर गुरजीत सिंह, हजूर सिंह, जगजीत सिंह, शेरे पंजाब सिंह काहलों, कवल बाजवा, बब्बू, मीरी पीरी जोन के प्रधान गुरजीत सिंह, हरविदर सिंह, सतवंत सिंह, अमृत यादपुर आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी