जुर्माने के रूप में काटे गए रुपये वापस नहीं मिलने के विरोध में किसानों ने हाईवे किया जाम

सीजन 2020-21 के दौरान शुगर मिल पनियाड़ द्वारा किसानों की पेनल्टी के रूप में काटी गई राशि वापस खातों में नहीं डालने के विरोध में लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी के नेतृत्व में किसानों ने जीएम शुगर मिल पनियाड़ के सामने शुक्रवार को धरना देने के बाद पठानकोट-अमृतसर नेशनल हाईवे पर जाम कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 06:26 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 06:26 PM (IST)
जुर्माने के रूप में काटे गए रुपये वापस नहीं मिलने के विरोध में किसानों ने हाईवे किया जाम
जुर्माने के रूप में काटे गए रुपये वापस नहीं मिलने के विरोध में किसानों ने हाईवे किया जाम

संवाद सहयोगी, दीनानगर : सीजन 2020-21 के दौरान शुगर मिल पनियाड़ द्वारा किसानों की पेनल्टी के रूप में काटी गई राशि वापस खातों में नहीं डालने के विरोध में लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी के नेतृत्व में किसानों ने जीएम शुगर मिल पनियाड़ के सामने शुक्रवार को धरना देने के बाद पठानकोट-अमृतसर नेशनल हाईवे पर जाम कर दिया। किसानों ने हाथों में झंडियां पकड़कर मिल मालिकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोपहर बाद शुगर मिल के जीएम और तहसीलदार ने लिखित में आश्वासन दिया कि अगले माह दस तारीख तक काटी गई रकम वापस कर दी जाएगी। इसके बाद धरना खत्म किया गया।

हरदेव सिंह चिट्टी ने बताया कि किसानों की काटी हुई पेनल्टी सरासर किसानों के साथ धक्का है, क्योंकि 25 नवंबर 2020 के बाद शुगर मिल पनियाड़ ठीक तरीके से नहीं चल सकी। इससे किसानों को अपना गन्ना दूर-दराज की सरकारी और प्राइवेट मिलों को सप्लाई करना पड़ा था। किसानों को महंगे भाव का डीजल फूंककर ट्रैफिक में से गुजरते हुए घर से लेकर 60 से 100 किलोमीटर तक की मिलों को गन्ना सप्लाई करना पड़ा। शुगर मिल पनियाड़ तकनीकी खराबी के कारण अपना गन्ना पूरा क्रैश नहीं कर सका था। इससे केन कमिश्नर ने भी किसानों की यह समस्याओं को देखते हुए पेनल्टी माफ करने के बारे में कहा गया था।

केन कमिश्नर के आदेशों का पालन नहीं करते हुए शुगर मिल पनियाड़ की मैनेजमेंट ने करीब 1600 किसानों की पेनल्टी के रूप में तकरीबन एक करोड़ 17 लाख रुपये काट लिए थे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों शुगर मिल के जीएम को मांगपत्र सौंपकर मांग की गई थी कि 16 सितंबर तक उनके खातों में राशि डाल दी जाए। इसके साथ ही चेतावनी दी गई थी कि यदि 16 सितंबर तक उनकी पेनल्टी के रूप में काटी गई रकम खातों में न डाली गई तो धरना दिया जाएगा, मगर लेकिन मिल प्रबंधकों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। डेढ़ बजे तक प्रशासन का इंतजार करते रहे किसान

किसानों द्वारा दिए गए समय के बाद पेनल्टी के रूप में काटे गए रुपये खातों में नहीं डालने के विरोध में किसान शुगर मिल के सामने शुक्रवार सुबह से ही एकत्र होने शुरू हो गए थे। इसके बाद उन्होंने धरना देकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। मगर डेढ़ बजे तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर न पहुंचने के चलते किसानों ने अपना वहां से धरना उठाकर नेशनल हाईवे पर लगा दिया। दोपहर ढाई बजे के बाद तहसीलदार अभिषेक वर्मा और शुगर मिल के जीएम ने आश्वासन दिया कि अगले माह दस तारीख तक काटे गए रुपये वापस कर दिए जाएंगे। इसके बाद किसानों ने धरना खत्म किया। इस मौके पर जगीर सिंह, कुलवंत सिंह, जसवंत सिंह, गुरदयाल सिंह आदि उपस्थित थे।

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