बच्चों के लिए अलग से न कोविड वार्ड बनाया गया न बेड आरक्षित

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के सबसे अधिक प्रभावित होने की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 06:50 PM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 06:50 PM (IST)
बच्चों के लिए अलग से न कोविड वार्ड बनाया गया न बेड आरक्षित
बच्चों के लिए अलग से न कोविड वार्ड बनाया गया न बेड आरक्षित

संजय तिवारी, बटाला

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के सबसे अधिक प्रभावित होने की चेतावनी दी है। इसके बावजूद जिला प्रशासन की ओर से अभी तक इस ओर कोई तैयारी नहीं की गई है। सिविल अस्पताल में अभी तक प्रशासन की ओर से बच्चों के लिए कोई भी अलग वार्ड नहीं बनाया गया है। ऐसे में अगर सच में तीसरी लहर में बच्चे प्रभावित होते हैं तो उनके इलाज में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

शुक्रवार को दैनिक जागरण की टीम ने यहां के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड की ग्राउंड स्तरीय जांच की। इस दौरान देखा गया कि विभाग द्वारा अभी तक इन अस्पतालों में बच्चों के लिए आरक्षित बेड तैयार नहीं किए गए और न ही अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से कोविड वार्ड बनाया गया। दूसरी तरफ सिविल अस्पताल के एडिशनल एसएमओ हरपाल सिंह का कहना है कि विभाग की तरफ से अभी तक कोई ऐसी नोटिफिकेशन नहीं आई है कि बच्चों के लिए अलग से वार्ड तैयार किया जाए। अगर ऐसी कोई नोटिफिकेशन आती है तो वे उस पर कार्य करेंगे।

गौरतलब है कि जिला गुरदासपुर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर काफी भयानक रूप ले चुकी है। पहली लहर में जिले में 8228 पाजिटिव मरीज मिले थे जबकि 272 मरीजों की मौत हो गई थी। दूसरी लहर में अब तक 12830 मरीज मिले है जबकि 465 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जिले में मौतों का आंकड़ा इसलिए बड़ा है कि लेवल-3 के मरीजों का इलाज जिले में उपलब्ध नहीं है, क्योंकि यहां वेंटीलेटर को चलाने के लिए स्टाफ भी उपलब्ध नहीं है। इस कारण लेवल-3 के मरीजों को राज्य के अन्य जिलों में भर्ती करवाना पड़ता था। वहां पहुंचते-पहुंचते मरीजों की हालत और भी अधिक बिगड़ जाती है। इसके अलावा ग्रामीण एरिया में लोग लापरवाही बरतते हैं। कोरोना के लक्षण होने पर भी अपना टेस्ट नहीं करवाती है।

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी और यह लहर बच्चों पर ज्यादा घातक साबित होगी। हालांकि देश के कई राज्यों में तो एडवांस में सेहत विभाग द्वारा प्लानिग करनी शुरू कर दी गई है। लेकिन बटाला शहर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक इसको लेकर कोई तैयारी नहीं की गई है। हालांकि बटाला में दो ही आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। इनमें एक सिविल अस्पताल बटाला में सभी मरीजों के लिए 50 बेड और दूसरा निजी संधू अस्पताल में दस बेड आरक्षित हैं। बच्चों के लिए अलग से कोई वर्ड नहीं बनाया गया और ना ही बेड आरक्षित किए गए हैं। बटाला में आक्सीजन प्लांट लगना है, लेकिन अभी तक इसका काम नहीं शुरू हुआ। सिविल अस्पताल में तीन कंसंट्रेटर आक्सीजन मशीनें हैं, जिनका पाजिटिव मरीजों को जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा रहा है। विभाग से नोटिफिकेशन नहीं मिला

बटाला सिविल अस्पताल के एडिशनल एसएमओ हरपाल सिंह का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर विभाग की तरफ से उन्हें किसी भी तरह की तैयारी को लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। हालांकि मरीजों के लिए पहले से जो सुविधाएं अस्पताल में उपलब्ध करवा रखी हैं अभी भी हैं। अस्पताल में तीन कंसंट्रेटर आक्सीजन मशीनें है। यह सभी ठीक है। किसी में कोई खराबी नहीं है।

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