गर्मी बढ़ने से गन्ने की फसल की संभाल करनी बेहद जरूरी : डा. अमरीक
गर्मी बढ़ने से गन्ने की फसल की संभाल बेहद जरूरी हो जाती है।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : गर्मी बढ़ने से गन्ने की फसल की संभाल बेहद जरूरी हो जाती है। हल्की जमीनों में गन्ने की फसल पर लोहे की कमी आ जाती है। इससे फसल की बढ़ोतरी रुक जाती है और पत्ते की हरी नसों के बीच पीले रंग की धारियां दिखाई देती हैं। बाद में नसें भी पीली हो जाती हैं। यह जानकारी सहायक गन्ना विकास अधिकारी डा. अमरीक सिंह ने सहकारी शुगर मिल के अधिकृत क्षेत्र के विभिन्न गांवों में गन्ने की फसल का जायजा लेते समय गन्ना काश्तकारों से बातचीत करते हुए दी। उनके साथ कृषि अधिकारी डा. परमिदर कुमार, मिल सर्वेयर बिक्रमजीत सिंह व बलजिदर सिंह भी मौजूद थे।
गांव करवाल में गन्ना काश्तकार के खेतों में जानकारी देते हुए डा. अमरीक सिंह कहा कि मई व जून का महीना गन्ने की फसल के लिए बेहद अहम होता है, इसलिए मई-जून में गन्ने की फसल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। लोहे की बहुत कमी के समय पत्ते सफेद रंग के हो जाते हैं और पौधा छोटा रहता है। गन्ने की फसल पर यदि ऐसी निशानी दिखाई दें तो एक किलो फैर्स सलफेट को 100 लीटर पानी की घोल में सप्ताह में दो से तीन बार छिड़काव करना चाहिए। डा. परमिदर सिंह ने कहा कि गन्ने की फसल में किसी दुकानदार के कहने पर गैरसिफारिशशुदा कीटनाशकों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। जब भी कोई समस्या आती है तो खेती माहिरों के साथ संपर्क कर समस्या का समाधान किया जाए। इसके अतिरिक्त उन्होंने खेती से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण सुझाव भी किसानों को दिए।