भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी

बीते शनिवार से शुरू हुई तेज बारिश के दौरान हुई ओलावृष्टि से धान की फसल को नुकसान पहुंचा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 03:22 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 03:22 PM (IST)
भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी
भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी

संवाद सहयोगी, कलानौर : बीते

शनिवार से शुरू हुई तेज बारिश के दौरान हुई ओलावृष्टि से धान, चारा और गन्ने की फसल प्रभावित हुई है। उधर महंगे भाव बीज खरीद कर काश्त की सब्जियों का बड़ा नुक्सान हुआ है।

सब्जी काश्त करने में प्रमुख गांव निज्झर, पक्खोके टाहली साहिब, साधांवाली, हरूवाल आदि गांवों के काश्तकार जोगिदर सिंह पूर्व सरपंच, धर्मेद्र सिंह निज्झर, अमन, बलदेव सिंह, मनदीप सिंह, सुखविदर सिंह, सेवा सिंह, गुरनाम सिंह, सूबा सिंह आदि ने कहा कि उनके द्वारा महंगे भाव के बीज लेकर काश्त की सब्जियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। उसके साथ ही सब्जियों की बुआई भी पिछड़ गई है। सब्जी उत्पादकों ने कहा कि उन्होंने बड़े पैमाने पर मटर की खेती की है, लेकिन ओलावृष्टि और बारिश ने मटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। प्रति एकड़ जमीन में मटर की काश्त के समय उन्होंने 160 रुपए प्रति किलो मटरों का बीज प्रति एकड़ में 60 किलो बीजा है इसके साथ दो बोरिया डाई खाद 2400 रुपये की, पोटास 950 रुपये, कैलीबर खाद प्रति बोरी 750, डीजल का खर्च करीब चार हजार रुपये सहित 15 से 18 हजार रुपए प्रति एकड़ खर्च आया है।

इस बारे में धर्मेद्रजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने अधिक खर्च कर गोभी की काश्त की थी और गोभी की फसल महंगे भाव की पनीरी प्रति पौधा 60 पैसे खरीद कर प्रति एकड़ जमीन में 20 हजार पौधे की रोपाई के अलावा खाद आदि खर्चों सहित प्रति एकड़ गोभी की रोपाई के 20 हजार रुपये खर्च आ रहा है। जहां इस समय गोभी की फसल तैयार हो रही थी, वहीं आलावृष्टि व बारिश से गोभी भी बड़े स्तर पर खराब हो गई है। इसके अलावा बारिश से पालक, धनिया, बैंगन, हरी मिर्च आदि सब्जियां भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर व प्रशासन के उच्चाधिकारियों से मांग की कि सब्जियों के प्रभावित खेतों व बासमती, धान आदि के खेतों की तुरंत गिरदावरी करवाई जाए और किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाए।

chat bot
आपका साथी