सर्व शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त इलाज होने से दिव्यांग बच्चे को मिला नया जीवन

शिक्षा विभाग की ओर से सर्व शिक्षा अभियान के तहत चलाई गई मुहिम के तहत एक दिव्यांग बचे का मुफ्त इलाज करवाकर उसे एक नया जीवन दिया गया है। हालांकि बचे का इलाज अभी जारी है लेकिन कई सालों बाद अपने बचे को पैरों पर खड़ा देख परिवारिक सदस्यों की आंखों से खुशी के आंसू छलकने से रुक नहीं सके ।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 05:22 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 05:22 PM (IST)
सर्व शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त इलाज होने से दिव्यांग बच्चे को मिला नया जीवन
सर्व शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त इलाज होने से दिव्यांग बच्चे को मिला नया जीवन

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : शिक्षा विभाग की ओर से सर्व शिक्षा अभियान के तहत चलाई गई मुहिम के तहत एक दिव्यांग बच्चे का मुफ्त इलाज करवाकर उसे एक नया जीवन दिया गया है। हालांकि बच्चे का इलाज अभी जारी है, लेकिन कई सालों बाद अपने बच्चे को पैरों पर खड़ा देख परिवारिक सदस्यों की आंखों से खुशी के आंसू छलकने से रुक नहीं सके ।

गुरदासपुर निवासी गौरव कुमार ने बताया कि उनका बेटा राजेश कुमार बचपन से ही दिव्यांग था। उसकी उम्र अब करीब सात साल हो चुकी है,लेकिन वह चल नहीं सकता था। इसी दौरान उन्हें पता चला कि शिक्षा विभाग की ओर से सर्व शिक्षा अभियान के तहत ऐसे बच्चों का मुफ्त में इलाज करवाया जाता है, जिसके चलते उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ संपर्क किया। जिसके बाद विभाग द्वारा बच्चे का अमनदीप अस्पताल अमृतसर से आपरेशन करवाने के बाद डा.आसीम महाजन के फिजियोथैरेपी सेंटर से लगातार तीन महीने फिजियोथैरेपी करवाई गई। बच्चे के दोनों पैरों में कैलीपर लगाए गए हैं। इसके बाद उनका बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो गया है और थोड़ा बहुत सहारा लेकर चलने भी लगा है। अपने बच्चे को पैरों पर खड़ा देख उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। वह शिक्षा विभाग व डा. असीम महाजन के सदा आभारी रहेंगे।

विभाग के कोआर्डीनेटर अमरीक सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से सर्वशिक्षा अभियान के तहत ऐसे बच्चों का इलाज करवाया जाता है,जिस पर पूरा खर्च पंजाब सरकार द्वारा किया जाता है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से हर साल 35 से 40 बच्चों का इलाज करवाया जाता है। उन्होंने बताया कि उक्त बच्चे के इलाज पर करीब पचास हजार रुपये खर्च आ चुका है। अगर आगे भी जरुरत पड़ी तो विभाग द्वारा बच्चे का पूरा इलाज करवाया जाएगा। फिजियोथैरेपी डा.असीम महाजन ने बताया कि उक्त बच्चा सैरीब्रिल पालिसी (दिमाग का पूर्ण विकास न होना) बीमारी से ग्रस्त होने के चलते बचपन से ही चल नहीं पाता था। जिसके चलते शिक्षा विभाग द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के तहत पहले उसका आपरेट करवाया गया था और अब पिछले तीन माह से वह उसकी फिजियोथैरेपी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अब बच्चे को चलने के लिए कैलीपर लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पूर्ण रुप से इलाज होने के बाद बच्चा पूरी तरह से चलने के काबिल हो जाएगा।

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