जिले में कोरोना ने दी दस्तक, पूर्व अध्यापक निकला पॉजिटिव

अब तक कोरोना वायरस के काले छाए से बचा हुआ जिला गुरदासपुर में भी आखिरकार मंगलवार को इस भयानक वायरस ने अपनी दस्तक दे दी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Apr 2020 06:46 PM (IST) Updated:Wed, 15 Apr 2020 06:04 AM (IST)
जिले में कोरोना ने दी दस्तक, पूर्व अध्यापक निकला पॉजिटिव
जिले में कोरोना ने दी दस्तक, पूर्व अध्यापक निकला पॉजिटिव

जागरण टीम, काहनूवान (गुरदासपुर) : अब तक कोरोना वायरस के काले छाए से बचा हुआ जिला गुरदासपुर में भी आखिरकार मंगलवार को इस भयानक वायरस ने अपनी दस्तक दे दी। जिले के ब्लॉक काहनूवान के गांव भैणी पसवाल में एक पूर्व अध्यापक कोरोना का पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है और मरीज के गांव के आसपास पड़ते तीन किलोमीटर घेरे को पूरी तरह से सील कर दिया। प्रशासन ने उक्त क्षेत्र में क‌र्फ्यू के दौरान दी जाने वाली सभी छूट को रद करते हुए एसडीएम सकत्तर सिंह बल्ल को अगली जांच संबंधी नोडल अफसर नियुक्त किया है।

पूर्व अध्यापक के भाई का इलाज जालंधर के एक निजी अस्पताल में चल रहा था, जिसका चार अप्रैल को निधन हो गया था। हालांकि उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अपने भाई का हाल जाने के लिए उक्त पूर्व अध्यापक भी जालंधर गया था। माना जा रहा है कि वहीं पर वह किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आ गया। पूर्व अध्यापक पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। 12 अप्रैल को वह गुरदासपुर के एक निजी अस्पताल में जांच करवाने पहुंचा तो उसमें कोरोना के लक्ष्ण को देखते हुए सिविल अस्पताल जाने की सलाह दी गई। इसके बाद वह अमृतसर के एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचा। वहां पर भी उन्हें सरकारी अस्पताल में ही जाने को कहा। इसके बाद वह 12 अप्रैल की शाम को सिविल अस्पताल गुरदासपुर में भर्ती हो गया। सिविल अस्पताल के स्टाफ ने उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर 13 अप्रैल को उसका सैंपल जांच के लिए भेजा था। 14 अप्रैल को उक्त व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया।

सिविल व पुलिस प्रशासन की ओर से डीएसपी विपन कुमार, डीएसपी मनजीत सिंह, एसएचओ भैणी मियां खां सुदेश कुमार व सेहत विभाग की टीम की ओर से एसएमओ डॉ. इकबाल सिंह मुल्तानी, डॉ. अंकुर कौशल और दशइंद्र शर्मा के नेतृत्व में सेहत विभाग की टीम गांव में पूर्ण मुस्तैदी के साथ पहुंची। सेहत विभाग की टीम ने पीड़ित मरीज की पत्नी और गांव के सरपंच दियापाल सिंह से गंभीरता से पूछताछ की। इसके अलावा सेहत विभाग की टीम ने पीड़ित के नजदीकी घरों में रहते सदस्यों से भी पूछताछ की और उनकी जांच की।

एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने पुलिस को कड़े निर्देश देते हुए बताया कि गांव में 14 दिन तक न कोई बाहर जाएगा और न किसी को गांव के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। एसडीएम सकत्तर सिंह बल्ल को गांव के कुछ लोगों ने बताया कि पीड़ित के भाई की चार अप्रैल को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। लेकिन सेहत विभाग की ओर से उसे कोरोना का निगेटिव बताया गया था। लेकिन गांव निवासी चीख-चीख कर कह रहे थे कि मृतक कोरोना से पीड़ित था। इसके बावजूद उसका जान बूझकर गांव में संस्कार किया गया है। अस्पताल को किया सैनिटाइज

कोरोना पॉजिटिव मरीज सिविल अस्पताल में जाने से पहले गुरदासपुर के बीएसएफ रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल में जांच के लिए गया था। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन ने अस्पताल के रास्ते को सील कर दिया। सेहत विभाग की टीमों द्वारा मौके पर पहुंच कर अस्पताल के सारे स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। नगर कौंसिल के माध्यम से उक्त अस्पताल और आसपास के सारे क्षेत्र को सैनिटाइज करवाया जा रहा है। फिजिकल डिस्टेंस नहीं बना पाने से दवा विक्रेता ने दुकान की बंद

शहर की एक प्रसिद्ध दवा विक्रेता की दुकान मंगलवार की सुबह बंद हो गई। दरअसल फिजिकल डिस्टेंस नहीं बना पाने के कारण दवा विक्रेता काफी परेशान चल रहा था। वहीं लोगों के मुताबिक दवा विक्रेता के खुद की तबीयत भी अच्छी नहीं थी। बता दें कि शहर का एकमात्र सबसे बड़ा मेडिकल स्टोर बंद होने के बाद अब मरीजों को और भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। डीसी बोले-अब और सावधानी बरतने की जरूरत

गुरदासपुर में कोरोना मरीज मिलने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चितित हो गए हैं। फिलहाल सिविल अस्पताल में भर्ती कुछ गंभीर मरीजों को अमृतसर रेफर किया जा रहा है। डीसी मोहम्मद इशफाक ने साफ किया है कि गुरदासपुर में कोरोना का पहला मरीज सामने आ चुका है। इसके बाद अब लोगों को और भी सावधानियां बरतने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने घरों में बने रहें और बाहर ना निकले। पूर्व अध्यापक के संपर्क में आए सभी लोगों का डाटा एकत्रित

सिविल सर्जन डॉ. किशन चंद ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद विभाग ने कई टीमों का गठन करके उन्हें अलग अलग ड्यूटियां सौंप दी गई हैं। प्राइवेट अस्पताल के सारे स्टाफ से पूछताछ कर जानकारी हासिल की जा रही है। इसके अलावा उक्त मरीज जिन जिन लोगों के संपर्क में आया है उन सभी लोगों का डाटा एकत्र किया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी