रोज एक हजार डोज की जरूरत, आ रही 30 से 40
ग्रामीण क्षेत्र में कोविड वैक्सीन को लेकर भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
संवाद सहयोगी, कादियां : ग्रामीण क्षेत्र में कोविड वैक्सीन को लेकर भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि डिप्टी कमिश्नर खुद ही लोगों की वैक्सीन लगाने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं। इसके विपरीत कादियां शहर के लोग वैक्सीन नहीं मिलने के कारण दर-ब-दर की ठोकरें खा रहे हैं। कादियां में गत दस दिनों से वैक्सीन की रोजाना 30 से 40 डोज ही जिला मुख्यालय द्वारा भेजी जा रही है। जबकि यहां रोजाना एक हजार डोज की आवश्यकता है।
कादियां के डीएवी प्राइमरी स्कूल, सीएचसी में पहले रोजाना कोविड की वैक्सीन लगाई जाती थी, मगर अब ये सेंटर वीरान हो चुके हैं। समाज सेवक गुरमुख सिंह, उप प्रधान भारतीय युवा मोर्चा ने बताया कि पहले सरकार द्वारा रोजाना काफी मात्रा में डोज उपलब्ध करवाई जाती थी, अब यह डोज मात्र 30 पर आ गई है। इस कारण लोग परेशान हो रहे हैं और कई घंटे इंतेजार के बाद बिना वैक्सीन लगवाए वापस लौट जाते हैं। कादियां निवासी गलजार अहमद, स्वर्ण सिंह, शिदा, सनेहा शीतल और लखविदर सिंह ने बताया कि हम पहली डोज लगा चुके हैं। अब तीन माह बीतने के बाद सरकार दूसरा टीका लगाने के लिए मैसेज भेज रही है। जब वे सीएचसी कादियां या डीएवी प्राइमरी सेंटर में टीका लगाने के लिए पहुंचते हैं तो पता चलता है कि मात्र 40 डोज ही जिला गुरदासपुर से आई थी, जो लगा दी गई है। इसी तरह विदेश जाने और भारत में अपनी यात्रा पर जाने वाले लोग भी दर बदर की ठोकरें खा रहे हैं। रोजाना डिमांड जिला प्रशासन को भेज रहे हैं : एसएमओ
जब इस संबंध में सीएचसी कादियां के एसएमओ डा. निरंकार सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि काफी दिनों से कादियां में वैक्सीन नाम मात्र आ रही है। रोजाना अपनी डिमांड लिख कर जिला प्रशासन को भेज रहे हैं, मगर वैक्सीन कम आने के कारण भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है और लोग निराश हो रहे हैं। वीरवार को जामिया अहमदिया कादियां के 40 युवाओं के लिए विशेष डोज मंगवाई गई है। इन युवाओं को पहली डोज लगेगी।