रंधावा समर्थकों ने पहले डाला भंगड़ा, फिर हुए मायूस

कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनाने को लेकर रविवार दिन भर चले घटनाक्रम के दौरान दोपहर को कैबिनेट मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा के मुख्यमंत्री बनने की खबरें आ रही थीं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 06:53 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 06:53 PM (IST)
रंधावा समर्थकों ने पहले डाला भंगड़ा, फिर हुए मायूस
रंधावा समर्थकों ने पहले डाला भंगड़ा, फिर हुए मायूस

संवाद सहयोगी, डेरा बाबा नानक : कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनाने को लेकर रविवार दिन भर चले घटनाक्रम के दौरान दोपहर को कैबिनेट मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा के मुख्यमंत्री बनने की खबरें आ रही थीं। रविवार दोपहर को हलके में यह खबर आते ही रंधावा के समर्थक कांग्रेस वर्करों ने आतिशबाजी की व ढोल की थाप पर भंगड़ा डाला। वहीं, शाम होते-होते कांग्रेस हाईकमान द्वारा चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने पर हलका डेरा बाबा नानक के कांग्रेस वर्करों की खुशियां गम में बदल गई।

गौरतलब है कि रविवार को सुखजिदर सिंह रंधावा के मुख्यमंत्री बनने की खबरे हर जगह चलने लगी थीं। यह सुनते ही कांग्रेस वर्करों ने उनके पैतृक गांव धारोवाल में पहुंच कर भंगड़े डालने के अलावा लड्डू बांटे और आतिशबाजी की गई। इस दौरान रंधावा को बधाइयां भी दी जाने लगी थीं। इसके अलावा ऐतिहासिक कस्बा कलानौर, डेरा बाबा नानक, कोटली सूरत मल्ली, ध्यानपुर, मस्तकोट, वडाला बांगर के अलावा गांव स्तर पर कांग्रेस वर्करों ने रंधावा के मुख्यमंत्री बनने की खुशी में पटाखे और लड्डू बांटे, लेकिन देर शाम को रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने के बजाय चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के बाद रंधावा के समर्थकों के चेहरे मुरझा गए। कांग्रेस वर्करों ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने रंधावा को मुख्यमंत्री नहीं बनाकर गुरु की नगर डेरा बाबा नानक के क्षेत्र व माझे के लोगों के साथ धोखा किया है। रंधावा ने हमेशा पंजाब की उन्नति, बरगाड़ी कांड के आरोपितों के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। रंधावा के मुख्यमंत्री न बनने से वर्करों में रोष की लहर है।

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