गुरदासपुर में कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस की रोष रैली, सुनील जाखड़ भी पहुंचे

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ कांग्रेस आज गुरदासपुर में रोष रैली निकाल रही है। रैली में हिस्सा लेने के लिए पार्टी के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ व अन्य वरिष्ठ नेता भी पहुंचेे हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 01:04 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 01:04 PM (IST)
गुरदासपुर में कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस की रोष रैली, सुनील जाखड़ भी पहुंचे
गुरदासपुर में कृषि कानूनों के खिलाफ रैली में पहुंचे सुनील जाखड़। जागरण

जेएनएन, गुरदासपुर। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस रोष रैली निकाल रही है। इसी कड़ी में आज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ यहां पहुंचे। उनके साथ साथ कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी, गुरदासपुर के विधायक, हरगोबिंदपुर के विधायक और जिले की समूची लीडरशिप भी मौजूद है। जाखड़ ने कहा कि इन कानूनों को लाकर मोदी सरकार ने किसानों पर मार मारी है। 

इससे पहले गत दिवस जाखड़ ने अजनाला में भी रैली की। कृषि सुधार कानूनों को पंजाब विधानसभा में रद करने के लिए प्रस्ताव पारित करने के बाद अब इनके जरिये कांग्रेस ने 2022 की सियासी जमीन टटोलनी शुरू कर दी है। स्थानीय नेताओं ने अकाली दल के गढ़ माने जाने वाले अमृतसर देहात में अकाली दल को कृषि सुधार बिल पर घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही वजह है कि मंच से जो भी नेता बोला, उनका टारगेट अकाली दल ही रहा। साथ ही भाजपा को किसानों की नहीं, बल्कि साहूकारों की पार्टी करार दिया गया। 

प्लानिंग बोर्ड के चेयरमैन सुखजिंदर राज सिंह लाली मजीठिया ने कहा कि शांता कुमार पर आधारित कमेटी की सिफारिशों के बाद ही कृषि सुधार कानून बनाया गया है। किसानों का पक्ष नहीं सुना गया और इसे तानाशाही अपनाते हुए थोप दिया गया। विधायक हरप्रताप सिंह ने कहा कि एमएसपी के बिना न तो किसान धान की खेती कर सकता है और न ही गेहूं की। अकाली दल ने दस साल में किसानी व जवानी का बहुत नुकसान किया और अब केंद्र सरकार इस पर उतारू हो गई है।

बाबा बकाला के विधायक संतोख सिंह भलाईपुर ने कहा कि मोदी अडानी-अंबानी की चाबी हैं। जो वह कहते हैं, केंद्र सरकार वही करती है। अब पंजाब की जमीन भी कारपोरेट घरानों को देने की तैयारी है। अमृतसर देहाती के प्रधान भगवंत पाल सिंह सुच्चर ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बिना बहस कृषि सुधार कानून पास कर दिया गया। विडंबना यह है कि संसद में किसानों की बात करने वाला कोई नहीं है। हमारे कृषि मंत्री तक को किसानी की एबीसी नहीं पता।

अमृतसर उत्तरी के विधायक सुनील दत्ती ने कहा कि कृषि सुधार कानून तो शुरूआत है। भविष्य में पंजाबियों की पानी की लड़ाई भी लड़नी होगी। केंद्र सरकार हरियाणा और राजस्थान को पंजाब का पानी देना चाहती है, पर मुख्यमंत्री इसके खिलाफ है। जिला परिषद के चेयरमैन दिलराज सिंह सरकारिया ने कहा कि भाजपा वाले किसानों को दुख क्या समङों। उन्होंने तो कभी गमले तक में गाजर नहीं बीजी है। कांग्रेस किसानों के हक के लिए हमेशा लड़ती रहेगी।

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