पहले दिन 50 फीसद विद्यार्थी पहुंचे स्कूल

कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण बंद पड़े जिले के दसवीं से बारहवीं तक के 116 सेकेंडरी और 91 हाई स्कूल सोमवार को खुल गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:41 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:41 PM (IST)
पहले दिन 50 फीसद विद्यार्थी पहुंचे स्कूल
पहले दिन 50 फीसद विद्यार्थी पहुंचे स्कूल

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण बंद पड़े जिले के दसवीं से बारहवीं तक के 116 सेकेंडरी और 91 हाई स्कूल सोमवार को खुल गए। हालांकि पहले दिन बच्चों की संख्या महज 50 फीसद ही रही। स्कूलों में प्रवेश से पहले विद्यार्थियों ने अपने हाथों को सैनिटाइज किया। इसके साथ ही कक्षाओं में बच्चों को दूरी पर बिठाया गया। विद्यार्थियों को अभिभावकों को सहमति पत्र भी दिखाना पड़ा।

जिला शिक्षा अधिकारी हरपाल सिंह के मुताबिक पहले दिन स्कूलों में बच्चों की संख्या कम रही है। आने वाले दिनों में बच्चों की संख्या पूरी हो जाएगी। इसके लिए लोगों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूलों का 90 फीसद स्टाफ टीके लगा चुका है। सिंगल डोज लगाने वाले अध्यापक भी स्कूल में बच्चों को पढ़ा सकते हैं। जिन अध्यापकों ने एक भी टीका नहीं लगाया है वे नहीं पढ़ा सकती हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाने के लिए स्कूल मुखियों को खास ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। आनलाइन पढ़ाई से बच्चों की आंखों का नुकसान

कोरोना महामारी के कारण बच्चों की पढ़ाई आनलाइन चल रही है। आनलाइन कक्षाओं की वजह से बच्चों की आंखों पर भी बुरा असर पड़ रहा था। इंटरनेट का अधिक प्रयोग बच्चों की सेहत पर भी असर कर रहा था। मनोरोग विशेषज्ञ ने भी बच्चों को फिजिकल तौर पर गतिविधियां करने की सलाह दी थी। अभी भी अभिभावकों में कोरोना का भय

भले ही अब जिले में कोरोना के केस कम हो चुके हैं, लेकिन माना जा रहा है कि अभिभावकों में अभी भी कोरोना का भय है। यह भी कारण है कि पहले दिन स्कूल में बच्चों की हाजरी कम ही रही। हालंकि उम्मीद जताई जा रही है कि जैसे-जैसे दिन बीतते जाएंगे बच्चों की संख्या भी स्कूलों में बढ़ती जाएगी। फिलहाल अभी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने में रिस्क नहीं ले रहे हैं।

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