चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है.. सुन मंत्रमुग्ध हुए भक्त

शहर की सबसे प्राचीन धार्मिक संस्था ज्वाला संकीर्तन मंडली की ओर से मां वैष्णो देवी जी के दरबार की 53वीं वार्षिक यात्रा से पूर्व साप्ताहिक संकीर्तन का आयोजन निर्विघ्न जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 05:56 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 05:56 PM (IST)
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है.. सुन मंत्रमुग्ध हुए भक्त
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है.. सुन मंत्रमुग्ध हुए भक्त

संवाद सूत्र, बटाला : शहर की सबसे प्राचीन धार्मिक संस्था ज्वाला संकीर्तन मंडली की ओर से मां वैष्णो देवी जी के दरबार की 53वीं वार्षिक यात्रा से पूर्व साप्ताहिक संकीर्तन का आयोजन निर्विघ्न जारी है। शनिवार रात्रि को मंडली के सीनियर सदस्य भगत कन्हैया लाल के गृह निवास काहलों कालोनी में 10वें साप्ताहिक संकीर्तन का आयोजन किया गया। इसमें सतपाल शर्मा, विनोद शर्मा, हरमेश डोगरा, राजिदर दर्दी, श्याम राजा, विजय डोगरा इत्यादि की ओर से मां की महिमा का गुणगान किया गया। विनोद शर्मा द्वारा गाई गई मां की भेंट चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ने उपस्थित श्रद्धालुओं को झूमने पर विवश कर दिया।

यहां यह काबिले गौर है कि जवाला संकीर्तन मंडली शहरवासियों को पिछले 53 वर्ष से त्रिकुटा की पहाड़ियों में स्थित मां वैष्णो देवी के दरबार की निर्विघ्न यात्रा करवा रही है। आयोजकों की ओर से हर वर्ष 22 दिसंबर को तीन अथवा चार बसें बटाला से मां वैष्णो देवी के दरबार के लिए ले जाई जाती हैं। उनकी वापसी 25 दिसंबर को होती है। इससे पूर्व प्रत्येक सप्ताह हर शनिवार रात्रि को मंडली के सदस्यों के घरों में मां के संकीर्तन का आयोजन किया जाता है। इसमें मंडली के सभी सदस्य उपस्थित होते हैं। यात्रा ले जाने से पूर्व झंडा पूजन और मां चितपूर्णी के दरबार में हाजिरी भी जरूर लगवाई जाती है। तत्पश्चात पवित्र झंडे की छत्रछाया में सिद्ध पीठ मां काली द्वारा में नतमस्तक होकर 22 दिसंबर को सुबह यात्रा रवाना होती है। इस अवसर पर जवाला संकीर्तन मंडली के चेयरमैन चंद्रशेखर डोगरा, अध्यक्ष सुदेश बंसल, निर्मल ओहरी, अविनाश सोडी, रजिदर डोगरा, गोविद प्रकाश, अश्विनी शर्मा, योगेश शर्मा, विजय शर्मा, नरेंद्र हांडा, जोगिदर पाल, आरती ओहरी, किरण लता शर्मा, पूनम तथा मधु शर्मा सहित मंडली के दर्जनों सदस्य उपस्थित थे।

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