शिव बटालवी ने पूरी दुनिया में किया बटाला का नाम रोशन

बिरहा के सुल्तान शिव कुमार बटालवी का 85वां जन्मदिन शिव बटालवी कला और सभ्याचारक सोसायटी बटाला द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से शिव बटालवी आडिटोरियम में उत्साह से मनाते हुए कवि दरबार करवाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 07:28 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 07:28 PM (IST)
शिव बटालवी ने पूरी दुनिया में किया बटाला का नाम रोशन
शिव बटालवी ने पूरी दुनिया में किया बटाला का नाम रोशन

संवाद सहयोगी, बटाला : बिरहा के सुल्तान शिव कुमार बटालवी का 85वां जन्मदिन शिव बटालवी कला और सभ्याचारक सोसायटी बटाला द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से शिव बटालवी आडिटोरियम में उत्साह से मनाते हुए कवि दरबार करवाया गया। कोरोना वायरस के चलते शारीरिक दूरियों का ध्यान रखते हुए यह कार्यक्रम सादे ढंग से मनाया गया। कार्यक्रम में एसडीएम बलविदर सिंह, शिव बटालवी कला और सभ्याचारक सोसायटी बटाला के प्रधान डा. रविदर सिंह, जिला शिक्षा अफसर सीनियर हरपाल सिंह, हरभजन सिंह बाजवा, स्वर्ण मुड, दविदर दीदार, डीपीआरओ बटाला इंद्रजीत सिंह हरपुरा समेत शहर के गणमान्य उपस्थित हुए।

कवि दरबार के दौरान शायर डा. दविदर सिंह, हरभजन सिंह बाजवा, विजय अग्निहोत्री, कुलबीर, संधू बटालवी, अजीत कमल, सतिदर कौर, सिमरत सुमैरा, जसवंत हांस, डीईओ हरपाल सिंह, गुरदीश सिंह, रमेश भगत, डा. सतिदरजीत कौर बुट्टर, रणजीत कौर बाजवा, प्रशोतम और ओम प्रकाश भगत ने अपनी कविताएं पेश की। इस दौरान कर्मजीत कौर ने शिव बटालवी के गीत गाए। शिव बटालवी के जन्मदिन की मुबारकबाद देते एसडीएम बलविदर सिंह ने कहा कि बटालावासियों को अपने लाडले शायर पर गर्व है, जिन्होंने अपनी शायरी के जरिए बटाला शहर का नाम भी पूरी दुनिया में रोशन किया है।

शिव बटालवी ने पंजाबी मां बोली की झोली मे ऐसी खूबसूरत रचनाएं डाली हैं, जो रहती दुनिया तक उसे लोक मनों में जिदा रखेंगी। आज की पीढ़ी को अपने साहित्य के साथ जुड़ना चाहिए और शिव बटालवी जैसे कवियों को जरूर पढ़ना चाहिए। इस दौरान शिव बटालवी कला और सभ्याचारक बटाला के प्रधान डा. रविदर सिंह ने कहा कि शिव वह महान शायर थे, जिसने अपनी कविताओं के जरिए पंजाबी मां बोली को ऊंचे मुकाम पर पहुंचाया है। दुनिया के हर कोने में शिव को प्यार करने वाले मौजूद हैं और बटालावासियों को इस बात का हमेशा गर्व है कि शिव बटालवी उनके घर के थे। शिव बटालवी बिरहा के सुल्तान ही नहीं थे, बल्कि वह एक खुश मिजाज और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले शायर भी थे। इस मौके प्रो.गुरवंत सिंह, सूबा सिंह, मास्टर जोगिदर सिंह अचली गेट, भारत भूषण अग्रवाल, डॉ.मलविदर सिंह, ठेकेदार कुलविदर सिंह, बलविदर सिंह, अनुराग मेहता, मनजिदर सिंह, सुरिदर सिंह, बलबीर कौर मान, सुपरिंटेंडेंट निर्मल सिंह आदि मौजूद थे

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