20 लाख से होगी विरासती दरवाजों की मरम्मत और सुंदरीकरण
पंजाब सरकार ने ऐतिहासिक शहर बटाला का विकास शुरू कर दिया है।
संवाद सहयोगी, बटाला : पंजाब सरकार ने ऐतिहासिक शहर बटाला का विकास शुरू कर दिया है। अब इसे हेरिटेज लुक देने के प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री तृप्त राजिदर सिंह बाजवा ने शनिवार को नेहरू गेट से शहर के ऐतिहासिक दरवाजों के हेरिटेज लुक को सफेद करने के लिए एक योजना का शुभारंभ किया।
नेहरू गेट से इस योजना का उद्घाटन करते हुए मंत्री बाजवा ने कहा कि बटाला शहर के प्राचीन दरवाजों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण पर राज्य सरकार द्वारा 20 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बटाला शहर के नेहरू गेट, खजूरी गेट, कपूरी गेट और अचली गेट की मरम्मत कर इसे खूबसूरत लुक दिया जाएगा। पंजाब सरकार बटाला शहर के विकास के साथ-साथ इस प्राचीन शहर के ऐतिहासिक महत्व को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह याद किया जा सकता है कि बटाला शहर की स्थापना 1465 में भट्टी राजपूत राजा रामदेव भट्टी ने की थी और किले जैसे शहर में 12 दरवाजे थे। इनमें खजूरी दरवाजा (जिन्हें महाराजा शेर सिंह दरवाजा भी कहा जाता है), पुरियां मोरी दरवाजा, पहाड़ी दरवाजा, कपूरी दरवाजा, मियां दरवाजा (इस दरवाजे को नसीरुल हक दरवाजा भी कहा जाता था), अचली दरवाजा, हाथी दरवाजा (यह दरवाजे को फिली गेट भी कहा जाता था), काजी मोरी गेट), ठठियारी गेट, भंडारी गेट, ओहरी गेट और तेली गेट (जिसे अब लायन गेट और नेहरू गेट भी कहा जाता है) कहा जाता है।
वर्तमान में 12 गेटों में से केवल तेली दरवाजा, खजूरी दरवाजा, अचली दरवाजा, कपूरी दरवाजा और भंडारी दरवाजा ही बचे हैं जबकि शेष सात दरवाजे खत्म हो चुके हैं। इस अवसर पर उनके साथ मेयर सुखदीप सिंह तेजा, आयुक्त नगर निगम बलविदर सिंह, डीएसपी परविदर कौर, पार्षद चंद्र मोहन, जिला जनसंपर्क अधिकारी इंद्रजीत सिंह हरपुरा, एक्सईएन भाटिया, गौतम सेठ गुड्डू, ठेकेदार कुलविदर सिंह लाडी जस्सल, ठेकेदार विक्की, विजय कुमार, प्रोफेसर जसबीर सिंह, अनुराग मेहता, राजबीर सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।