सवारियां नहीं मिली, दूसरे दिन ही देहात क्षेत्र में बसें बंद
सवारियां नहीं मिलने से साढ़े तीन महीने के बाद देहात क्षेत्र में चली बसें दूसरे दिन ही बंद कर दी गई।
संस, कलानौर : सवारियां नहीं मिलने से साढ़े तीन महीने के बाद देहात क्षेत्र में चली बसें दूसरे दिन ही बंद कर दी गई। कोरोना के डर से लोग बसों में बैठकर अपने गंतव्य की तरफ जाने के प्राथमिकता नहीं दे रहे। इस कारण दो दिन सवारियों से वंचित बसें खाली ही रुट्स पर दौड़ती रही। बता दें कि कस्बा कलानौर से गुरदासपुर, डेरा बाबा नानक, बटाला, धारीवाल, ध्यानपुर, फतेहगढ़ चूडि़यां मार्ग बुधवार को ही चलाई गई थी।
कंडक्टरों ने बताया कि कोरोना महामारी से डरी सवारियां बसों में सफर करने से गुरेज कर रही हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को कलानौर के विभिन्न रुट्स पर बसों की यातायात शुरू की गई थी, परंतु ज्यादातर बसें आने व जाने समय सवारियों से वंचित ही रहीं। मजबूरन उन्हें अब बसों को बस स्टैंड पर खरा करना पड़ा है। 41
बस चलाने वालों का कारोबार ठप : तरसेम
कलानौर के विभिन्न रुट्स पर बसें चला रहे संदीप ट्रांसपोर्टर के मालिक तरसेम महाजन ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बसें चलाने वालों का कारोबार ठप होकर रह गया है। इस समय डीजल का रेट असमानी चढ़ा हुआ है, वहीं बसों की इंश्योरेंस व टैक्सों ने भी ट्रांसपोर्टरों का कचूमर निकाला हुआ है। पिछले तीन महीने से बसें बंद होने के कारण बसों की बैटरियां भी डैड हो चुकी हैं। उनका आर्थिक रुप से काफी नुकसान हो रहा है।