लोन पर ली कार की नहीं भरी किश्तें, लगाया फर्जी नंबर

जिला पुलिस के अंतर्गत आते क्षेत्र के एक हिदू संगठन के नेता पर बैंक लोन डिफाल्टर कार पर फर्जी नंबर लगाने का आरोप लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 06:21 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 06:21 PM (IST)
लोन पर ली कार की नहीं भरी किश्तें, लगाया फर्जी नंबर
लोन पर ली कार की नहीं भरी किश्तें, लगाया फर्जी नंबर

जागरण संवाददाता, बटाला : जिला पुलिस के अंतर्गत आते क्षेत्र के एक हिदू संगठन के नेता पर बैंक लोन डिफाल्टर कार पर फर्जी नंबर लगाने का आरोप लगा है। यह आरोप लोन के ग्रारंटर बटाला के सुखजीत सिंह ने लगाया। उन्होंने कहा कि नेता ने जिस कार पर नंबर लगाया है, वह फौज में कार्यरत सिपाही की स्कूटी का नंबर है। इस बात खुलासा तब हुआ जब उसने आरटीए से जानकारी हासिल की।

शिकायत लेकर डीएसपी सिटी परविदर कौर के पास गए, जिन्होंने आगे अर्बन एस्टेट के चौकी इंचार्ज अमृतपाल सिंह को कार रिकवर करने का आदेश जारी किया। फिलहाल कार को नेता के घर से जब्त कर चौकी में लगवा लिया गया है। वीरवार को रखी प्रेसवार्ता के दौरान सुखजीत सिंह ने बताया कि उक्त व्यक्ति उसका दोस्त था। उसने अपने भाई का बैंक में खाता खुलवाने के बहाने दस्तावेज पर ग्रारंटर के तौर पर हस्ताक्षर करवा लिए। उसके भाई ने बैंक से साढ़े चार लाख रुपये का ऋण लेकर बड़ी कार खरीद ली। कार 2013 में ली गई और अगले वर्ष उसने कार की किश्त देनी बंद कर दी। इसके बाद बैंक ने उसके खिलाफ अदालत में केस कर दिया। इसके बाद 2016 में आरोपित दुबई भाग गया। बाद में बैंक ने गारंटर होने के नाते उन्हें (सुखजीत सिंह) को पैसे वापस करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। थोड़े दिन पूर्व उसे बैंक से नोटिस आया तो उसके भाई के घर गया तो वहां पर बैंक से ली कार अंदर लगी थी। उसने कार नंबर का रिकार्ड आरटीए दफ्तर से निकलवाया तो नंबर फर्जी पाया गया। पुलिस पर लगे मामला दबाने का आरोप

प्रेसवार्ता के दौरान सुखजीत सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाते कहा कि इस केस को पुलिस के बड़े अधिकारी दबाने का प्रयास कर रहे हैं। एक महिला पुलिस अधिकारी ने उन्हें दफ्तर बुलाकर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया। हालांकि पुलिस इस आरोपों को सिरे से खारिज कर रही है। अधिकारियों के आदेश पर दर्ज होगा केस : जांच अधिकारी

केस के जांच अधिकारी एवं चौकी अर्बन एस्टेट के प्रभारी सहायक इंस्पेक्टर अमृतपाल सिंह ने बताया कि वे इस मामले को देख रहे हैं। कार को रिकवर को कर लिया गया है। सही में कार पर फर्जी नंबर लगा था। इस बारे में उन्होंने अपने आलाधिकारियों को सूचित कर दिया है। आदेश मिलने पर मामला दर्ज कर लिया जाएगा।

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