डीसी कार्यालय के सामने गरजी आंगनबाड़ी वर्कर्स
मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्करों ने डीसी कार्यालय के सामने धरना देकर प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्करों ने डीसी कार्यालय के सामने धरना देकर प्रदर्शन किया। तीन घंटे चले प्रदर्शन के दौरान जिला प्रधान वरिदर कौर बाजवा के नेतृत्व में वर्करों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को डीसी के जरिए मांगपत्र भेजा गया। आंगनबाड़ी वर्करों को डीसी कार्यालय के अंदर घुसने से रोकने के लिए पहले से ही पुलिस मुलाजिम तैनात कर दिए गए थे।
वक्ताओं ने कहा कि पिछले लंबे समय से आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन की ओर से लगातार मांगों को लेकर मांगपत्र दिए जा चुके है। मगर हर बार उनकी मांगों को अनदेखा किया गया है। इस मौके पर ब्लाक प्रधान फतेहगढ़ चूड़ियां राजविदर कौर, ब्लाक प्रधान डेरा बाबा नानक पलविदर कौर, ब्लाक प्रधान कलानौर कुलविदरजीत कौर, इंद्रजीत कौर, संदीप कौर, कुलविदर कौर, जगजीत कौर, सरबजीत कौर, रुपिदर कौर, कुलदीप कौर आदि उपस्थित थे। ये हैं मांगें
--तीन से छह साल के बच्चों का दाखिला आंगनबाड़ी केंद्रों में सुनिश्चित बनाते हुए प्री-प्राइमरी शिक्षा अनिवार्य किया जाए।
--केंद्रीय मानभत्ते में की 40 फीसद कटौती तुरंत वापस लैते हुए 40 फीसद बजट तुरंत बहाल किया जाए।
--आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्पर को सरकारी मुलाजिम मानते हुए दर्जा तीन व दर्जा चार दिया जाए। कर्मचारी बनने तक कम से कम दिहाड़ी के घेरे में शामिल करते हुए 24 हजार रुपये वर्कर व 18 हजार रुपये हेल्पर दिहाड़ी दी जाए।
--एडवाइजरी बोर्ड व चाइल्ड वेलफेयर कौंसल के अधीन चलते प्रोजेक्टों को फिर से आईसीडीएस स्कीम के अधीन सामाजिक सुरक्षा, स्त्री व बाल विकास में लाया जाए।
-आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्पर को दिए जाने वाला सफर भत्ते को 20 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये किया जाए।
--आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए पक्की व साफ सुथरी बिल्डिग व पीने वाले पानी, बच्चों के लिए फर्नीचर, बिजली व शौचालय का प्रबंध किया जाए।