पटाखा फैक्ट्री की मालकिन ने ब्लास्ट वाली जगह पर कब्जा करने का लगाया आरोप
लगभग दो साल पहले पटाखा फैक्ट्री में हुए जबरदस्त ब्लास्ट में कई लोगों के घर उजर गए थे। इस ब्लास्ट में 24 लोगों की जान गई थी।
संवाद सहयोगी, बटाला : लगभग दो साल पहले पटाखा फैक्ट्री में हुए जबरदस्त ब्लास्ट में कई लोगों के घर उजर गए थे। इस ब्लास्ट में 24 लोगों की जान गई थी। बुधवार को पटाखा फैक्ट्री के मालिक मृतक जसपाल सिंह की पत्नी परमजीत कौर ने कहा कि लगभग दो साल पहले उनकी फैक्ट्री में एक भीषण ब्लास्ट हुआ था, जिसमें उनके जवान बेटे की मौत हो गई थी। उनके पति की मौत ब्लास्ट से कई साल पहले ही बीमारी के कारण हुई थी। जब बलास्ट हुआ तो उनकी फैक्ट्री पूरी तरह खत्म हो गई थी। फैक्ट्री के पीछे उनका घर था, जिसे प्रशासन ने गिरा दिया था। उनके पास रहने के लिए घर नहीं था। उनकी दो बेटी है। दोनों बेटी के साथ पहले वे मायके रहती थी, बाद में अब वे किराया पर रह रही है। आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम बलविंदर सिंह उनकी फैक्ट्री वाली जगह पर उन्हें घर बनाने नहीं दे रहे हैं। जबरदस्ती उनकी जगह पर कब्जा कर रहे हैं।
उन्हें बुधवार को सूचना मिली कि एसडीएम की तरफ से फैक्ट्री वाली जगह पर जेसीबी भेज कर खुदाई की जा रही है। सूचना प्राप्त कर परिजनों के साथ वे मौके पर पहुंची। जब जेसीबी चालक से पूछा कि ये उनकी जगह है इस पर खुदाई क्यों की जा रही है तो उन्होंने कहा कि उसे एसडीएम का निर्देश आया है कि इस पर खुदाई करके दीवार खड़ी करनी है। उन्होंनें काम को रूकवा दिया। जेसीबी वाला मौके से अपनी गाड़ी लेकर फरार हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उनके साथ बहस भी की। परमजीत कौर ने मांग की है कि उनकी जगह प्रशासन कब्जा ना करें, वे अपने बेटियों के साथ कहां जाएगी। सरकारी जगह पर कब्जा कर गैर कानूनी चलाया जाता था पटाखा फैक्ट्री : एसडीएम
इस मामले में एसडीएम बलविदर सिंह ने बताया कि उन्होंने कोई कब्जा नहीं किया है। ब्लास्ट से पहले ही जसपाल सिंह ने सरकारी जगह पर कब्जा करके पटाखा फैक्ट्री तैयार की थी। बिना लाइसेंसी इस पटाखा फैक्ट्री को चलाया जाता था।