आवारा कुत्तों की रोकथाम के लिए एबीसी कार्यक्रम का आगाज

आवारा कुत्तों द्वारा शहरवासियों को प्रतिदिन काटने की घटनाओं का संज्ञान लेते और डीसी मोहम्मद इश्फाक के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए नगर निगम की ओर से एबीसी (एनिमल बर्थ कंट्रोल) कार्यक्रम का आगाज किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:42 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 07:42 PM (IST)
आवारा कुत्तों की रोकथाम के लिए एबीसी कार्यक्रम का आगाज
आवारा कुत्तों की रोकथाम के लिए एबीसी कार्यक्रम का आगाज

संवाद सूत्र, बटाला : आवारा कुत्तों द्वारा शहरवासियों को प्रतिदिन काटने की घटनाओं का संज्ञान लेते और डीसी मोहम्मद इश्फाक के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए नगर निगम की ओर से एबीसी (एनिमल बर्थ कंट्रोल) कार्यक्रम का आगाज किया गया। इसकी शुरुआत सोमवार को नगर निगम के कमिश्नर बलविदर सिंह, मेयर सुखदीप सिंह तेजा, सीनियर डिप्टी मेयर सुनील कुमार सरीन, सीनियर वेटरनरी अफसर सरबजीत सिंह तथा उनके सहयोगियों की देखरेख में की गई।

पिछले कई वर्षो से आवारा कुत्तों द्वारा शहरवासियों को काटने की घटनाओं में दिन प्रतिदिन हो रही बढ़ोतरी का संज्ञान लेते हुए राजस्थान की एक फर्म को 14 लाख रुपये में कुत्तों की नसबंदी का ठेका दिया गया है। यह शहर के लगभग एक हजार कुत्तों को पकड़कर वेटरनरी डॉक्टरों की देखरेख में नसबंदी करेगा। इस कार्य के लिए दो मास का समय निश्चित किया गया है। इस दौरान तीन दिन तक नसबंदी किए हुए कुत्तों को एक स्पेशल वार्ड में रखकर हलकान का टीका भी लगाया जाएगा तथा उन्हें डाइट भी दी जाएगी। इस प्रक्रिया पर एक कुत्ते पर लगभग 1400 रुपये खर्च होगा। इसके पश्चात इस प्रक्रिया का दूसरा चरण भी शुरू किया जाएगा। हलकाए एवं आवारा कुत्तों द्वारा अकाल मृत्यु का ग्रास बन चुके नरिदर लूथरा के परिवार सहित अनेक शहर वासियो ने नगर निगम की इस पहल से राहत की सांस ली तथा शहर की अनेक सामाजिक संस्थाओं ने नगर निगम को अपना सहयोग देने की पेशकश की है। इसी बीच सीनियर वेटरनरी आफिसर सरबजीत सिंह ने घरों में पालने वाले कुत्तों के शौकीन शहर वासियों को अपने कुत्तों की रजिस्ट्रेशन करवाने तथा समय-समय पर उन्हें टीके लगवाने की अपील की ताकि उन्हें किसी के लिए घातक होने से बचाया जा सके।

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