नेशनल हाईवे पर हादसों को ग्रीन सिग्नल

सड़कों में खामियों के कारण हर साल कई लोगों की जान चली जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 09:51 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 09:51 PM (IST)
नेशनल हाईवे पर हादसों को ग्रीन सिग्नल
नेशनल हाईवे पर हादसों को ग्रीन सिग्नल

बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर

सड़कों में खामियों के कारण हर साल कई लोगों की जान चली जाती है। जिले में नेशनल हाईवे के साथ-साथ ऐसे 23 ब्लैक स्पाट हैं, जहां पर हर साल सड़क हादसे होते हैं। बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों की ओर से इन ब्लैक स्पाट को ठीक करने की महज औपचारिकता ही पूरी की जा रही है। ताजा हालात के मुताबिक इन 23 ब्लैक स्पाट पर भले ही प्रशासनिक अधिकारियों ने अपना काम शुरू कर दिया हो, लेकिन कछुआ चाल से चल रहे काम की वजह से आने वाले दिनों में यहां पर दोबारा से सड़क हादसे होने का भय बना हुआ है।

जिले में आजादी के बाद से ही कोई भी ट्रैफिक सिग्नल आज तक उपलब्ध नहीं हुआ है। ट्रैफिक पुलिस भले ही चालान काटने में व्यस्त रहती हो, लेकिन नगर कौंसिल और ट्रैफिक पुलिस ने मिलकर जिले भर में कहीं भी ट्रैफिक सिग्नल लगाने की जहमत नहीं उठाई है। इसी वजह से लोग सड़क पर भारी ट्रैफिक का सामना करते हैं। कई बार आपस में लोगों की गाड़ियां टकराती हैं। बब्बरी बाईपास पर तीन साल में हुए 18 हादसे

अमृतसर से जम्मू कश्मीर जाने वाले व जम्मू कश्मीर से अमृतसर जाने वाले लोग जब गुरदासपुर के बब्बरी बाईपास पर पहुंचते हैं तो वहां पर उनके वाहन हादसा ग्रस्त होते हैं। यहां पर हर साल कई ट्रक चालक हादसा ग्रस्त हुए हैं। तीके मोड़ की वजह से जैसे ही ओवरलोड गाड़ियां अमृतसर हाईवे को जाती हैं तो एकदम से पलट जाती हैं। इस वजह से 2018 से लेकर 2020 तक 18 सड़क हादसे हुए हैं। इनमें ट्रक चालकों को अपनी गाड़ियों का नुकसान उठाना पड़ा है। यहां तक कि 2018 में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। बरियार बाईपास को मिला खूनी चौक का नाम

पिछले आठ सालों में गुरदासपुर के दीनानगर की तरफ जाते रास्ते में आने वाले बरियार बाईपास पर कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दरअसल इस सड़क पर सड़क बनाने वाले इंजीनियर ने तीन जगह पर कट लगा दिए हैं। इसके चलते रात के समय में आने वाले लोगों को इस सड़क का भ्रम पैदा होता है। लोग अपनी जगह जाने की बजाय गलत दिशा से बाहर निकलते हैं। स्थानीय लोगों ने इस बाईपास पर पुलिस चौकी व बैरिकेडिग लगाने को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया है। बाद में इस चौक को खूनी चौक का नाम दे दिया गया। ये हैं 23 ब्लैक स्पाट

दीनानगर दांगी, मगराला बाईपास, दीनानगर निकट राधा स्वामी सत्संग भवन, एसबीआइ पनियाड़, गुरदासपुर लड़कों की आईटीआइ, परशुराम चौक, गुरदासपुर पुलिस पोस्ट बब्बरी, गुरुद्वारा साहिब सोहेल धारीवाल, तिब्बड़ी पुल, जौड़ा छितरा, सुचेतगढ़ बटाला, खोखर फौजिया, बटाला, गांव मल्लू द्वारा बटाला, खातिब बाईपास बटाला एसएसपी ऑफिस बटाला सुन नया बाईपास बटाला अमृतसर बाईपास बटाला ट्रैफिक लाइट चौक श्री हरगोविदपुर मारुति सुजुकी सर्विस जॉन बटाला लायलपुरी रिजॉर्ट मिसरपुरा बटाला। कोट्स

23 ब्लैक स्पाट पर जिला प्रशासन काम कर रहा है। धीरे-धीरे ब्लैक स्पाट पर ट्रैफिक सिग्नल व अन्य ऐसे विकल्प तलाशे जा रहे हैं, जिनकी वजह से सड़क हादसे ना हो। यह पूरा मामला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ पंजाब सरकार के ध्यान में भी है।

-बलदेव रंधावा, रीजनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी।

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