योगा ने कोरोना पर मारी करारी चोट

योगा को किसी समय कुछ खास लोगों द्वारा ही किया जाता था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 04:47 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:07 PM (IST)
योगा ने कोरोना पर मारी करारी चोट
योगा ने कोरोना पर मारी करारी चोट

जतिंद्र पिंकल, फिरोजपुर :

योगा को किसी समय कुछ खास लोगों द्वारा ही किया जाता था, लेकिन इसे कुदरत कहें या फिर कोरोना का भय। जिसने अधिकतर लोगों को योग का सहारा लेने पर मजबूर कर दिया है। क्योंकि योग से ही शारीरिक व मानसिक सुख का अहसास किया जा सकता है। यह कहना है योग के लिए अपना जीवन समर्पित कर चुकी फिरोजपुर की 70 वर्षीय महिला शक्ति चोपड़ा का। अपने नाम के अनुरूप ही योग की शक्ति को हर इंसान की जिदगी में भरना उनका मुख्य लक्ष्य है। सुबह करीब चार बजे उठना, पार्कों में जाकर महिलाओं को योग की शिक्षा देना, यही उनके जीवन का अंग है। बतौर प्रिसिपल रिटायर हुई शक्ति चोपड़ा ने टीवी पर बाबा रामदेव को योग करते देखा और इससे होने वाले फायदों के बारे में जब सुना तो वह पल उनकी जिदगी का एक ऐसा ट्रनिग प्वाइंट साबित हुआ जिसने उनके मन में अन्य से कुछ अलग करने की लालसा जागी। इसके लिए उन्हें अपने परिवार जिसमें शिक्षा विभाग से रिटायर उनका पति व दो बेटियां शामिल है से भरपूर सहयोग मिला।

पहले उन्होंने हरिद्वार जाकर योग के बारे में खुद ट्रेनिग ली और उसके बाद फिर सफर शुरू हुआ महिलाओं के अंदर योग द्वारा एक नई शक्ति भरने का। एक दशक से अधिक समय से शुरू हुआ योग के जरिए महिलाओं को सशक्त व मजबूत बनाने का सिलसिला मौजूदा समय में भी चल रहा है और उनके मुताबिक जब तक सांस है तब तक वह योग की शिक्षा देने में अपना जीवन लगा देंगी। अब तक शक्ति चोपड़ा सैकड़ों महिलाओं के अलावा पढ़ने वाले बच्चों व युवाओं को भी योग की शक्ति के बारे में बताकर उन्हें योग शुरू भी करवा चुकी है।

क्या कहती है शक्ति चोपड़ा

इस सबंध में उनका कहना है कि इससे पहले योगा मात्र कुछेक लोगों तक ही सीमित माना जाता था लेकिन कोरोना महासंकट के चलते हकीकत में योग अब हर इंसान की जरूरत बन चुका है। क्योंकि जहां शरीर के हर भाग के लिए योग जरूरी है वहीं पर मानसिक विकास व सकारात्मक सोच बनाए रखने के लिए योग ही एक मात्र उपाय है। उन्होंने बताया कि पहले-पहल कोरोना के कारण उन्होंने वीडियो कालिग के जरिए ही अनेकों महिलाओं को योग के बारे में सिखाया है। लेकिन मौजूदा समय में कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए नियमों का पालन करते पार्को व अन्य जगहों पर योगा करवाया जा रहा है। कई बार उनके पास शिविर में ऐसे लोग या महिलाएं आती है जो अपने आप को मानसिक रूप से कमजोर व बीमार समझने लगी है लेकिन मात्र एक सप्ताह के योग करने के बाद नतीजे सबके सामने आने लगते है जब वही महिला पहले से कहीं स्वस्थ व तरोताजा दिखने लगती है। उनका मानना है कि योग द्वारा सिर्फ शरीर ही नही बल्कि मन भी स्वस्थ रहता है। उन्होंने बताया कि उपर वाले की मेहर व योग का कमाल है कि उनका कभी सिर दर्द नही हुआ है।

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