मंडियों में अधूरे प्रबंधों से भीगा गेहूं

जिले की मंडियों में मंगलवार को दोपहर बाद से लेकर रात भर रुक रुक कर होती रही बारिश ने प्रबंधों की पोल खोल दी। बारिश से जहां खुले आसमान के नीचे पड़ा किसानों का गेंहू भीगता रहा तो करीब तीन लाख मीट्रिक टन एजेंसियों के खरीदे गेहूं पर बारिश का पानी फिरता रहा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 10:40 PM (IST)
मंडियों में अधूरे प्रबंधों से भीगा गेहूं
मंडियों में अधूरे प्रबंधों से भीगा गेहूं

दर्शन सिंह, फिरोजपुर : जिले की मंडियों में मंगलवार को दोपहर बाद से लेकर रात भर रुक रुक कर होती रही बारिश ने प्रबंधों की पोल खोल दी। बारिश से जहां खुले आसमान के नीचे पड़ा किसानों का गेंहू भीगता रहा तो करीब तीन लाख मीट्रिक टन एजेंसियों के खरीदे गेहूं पर बारिश का पानी फिरता रहा।

फिरोजपुर शहर की मुख्य दानामंडी में बारदाने न होने के कारण खरीद प्रभावित हो रही हैं। गांव अटारी के किसान प्रताप सिंह ने कहा कि बारदाने न होने से फसल खरीद नही हो रही और ऊपर से बारिश के चलते तिरपालें न मिलने के कारण उनकी मेहनत पर बारिश का पानी फिर रहा है।

जिले में 4.25 लाख एमटी के करीब गेंहू की आवक में से लगभग चार लाख एमटी खरीद हो चुकी है और लिफ्टिग तीन लाख एमटी के करीब एजेंसियों के गेंहू की लिफ्टिग होनी बाकी है। मंडियों से अभी तक 1.8 लाख एमटी गेंहू की लिफ्टिग हुई है ।

उधर खाद्य आर्पित विभाग के जिला कंट्रोलर हिमांशु कुक्कड़ ने बताया कि कुल खरीद में से 1,40733 एमटी गेंहू पनग्रेन एजेंसी ने खरीदा है और 29,205 एमटी लिफ्टिग का काम मुकम्मल किया है। जबकि मार्कफेड ने 102,392, एमटी खरीद की और एजेंसी ने 21,280 एमटी गेंहू की लिफ्टिग मुकम्मल की है। एफसीआई ने 8823 एमटी खरीद की है और 1707 एमटी लिफ्टिग की है। पनसप ने 80,875 एमटी खरीद के साथ 20,250 एमटी लिफ्टिग की है। इसके अलावा पंजाब वेयर हाउस ने 66,150 एमटी खरीद के साथ 37,175 एमटी गेंहू की लिफ्टिग की है । जिला कंट्रोलर ने समस्याओं के बारे इतना कहकर पल्ला झाड़ दिया कि मंडियों में किसी तरह की दिक्कत नही है। बारदाने से लेकर खरीद निर्विघ्न हो रही है ।

65.10 करोड़ की सीधी अदायगी

फूड सप्लाई विभाग के जिला कंट्रोलर हिमांशु कक्कड़ ने बताया कि 20 अप्रैल तक 65.10 करोड़ की पेमेंट किसानों के खाते में भेजी जा चुकी है। इसमें पनग्रेन ने 38.32 करोड़, मार्कफेड ने 13.63 करोड़, पंजाब वेयर हाउस ने 6.45 करोड़, एफसीआइ ने 6.70 करोड़ की अदायगी की है ।

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