मायके से रिश्तेदारों को बुला बहू ने सास को पीटा
घरेलू विवाद के चलते महिला ने मायके से रिश्तेदारों को बुलाकर सास से मारपीट की। मारपीट में आरोपितों ने सास के कपड़े फाड़ दिए और उसे जख्मी कर दिया।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : घरेलू विवाद के चलते महिला ने मायके से रिश्तेदारों को बुलाकर सास से मारपीट की। मारपीट में आरोपितों ने सास के कपड़े फाड़ दिए और उसे जख्मी कर दिया। थाना जीरा की पुलिस ने पीड़िता की पुत्रवधू सहित सहित चार आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
थाना जीरा की सब इंस्पेक्टर कुलविदर कौर ने बताया कि पुलिस को दिए बयान में शिकायतकर्ता मुख्तयार कौर निवासी गांव बहक फत्तू ने बताया उसकी बहू निर्मल कौर उसके पड़ोसियों के साथ झगड़ा कर रही थी, जिसे उसने लड़ाई करने से रोका था। इसके चलते उसकी बहू ने अपने मायके से रिश्तेदार मनजीत कौर निवासी कोटईसेखां, दरबारा सिंह व बुधो निवासी बहक फत्तू वाला को बुलाकर उसके साथ मारपीट की और झगड़े के दौरान उसे बेइज्जत करने के लिए उसके कपड़े फाड़ दिए। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
किसी ओर की जगह दे रहे थे ईटीटी का पेपर, काबू संवाद सूत्र, अबोहर/जलालाबाद : जिले में शनिवार को ईटीटी की परीक्षा शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हुई। लेकिन अबोहर व जलालाबाद के दो सेंटरों पर किसी अन्य विद्यार्थी की जगह पेपर देती एक महिला व एक व्यक्ति को स्टाफ ने पकड़ा। इनमें से महिला को फ्लाइंग टीम ने पकड़ा, जबकि दूसरे को वहां के सुपरिटेंडेंट ने पकड़ा। पुलिस ने उक्त मामले में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जलालाबाद थाना सिटी के एएसआइ मक्खन सिंह ने बताया कि ओमप्रकाश सुपरडेट शिवालिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल जलालाबाद ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि वह गांव बग्घे के उताड में ड्यूटी निभा रहा था । कमरा नंबर एक में एक व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति की जगह पर शिनाख्त छुपाकर पेपर दे रहा था, जिस पर शक होने पर मनप्रीत सिंह द्वारा चेक किया गया तो वह जाली पेपर देता हुआ पाया गया।
उधर, नगर थाना पुलिस ने सरकारी कन्या सीसे स्कूल के परीक्षा सुपरिंटेंडेंट के बयान पर किसी अन्य जगह पेपर देने वाली छात्राओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
परीक्षा केंद्र के सुपरिटेंडेंट बलजिदर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि रविवार को ईटीटी कैडर की परीक्षा थी, जिसके लिए अबोहर के सरकारी कन्या सीसे में परीक्षा केंद्र बनाया गया था, जिसमें सुखविदर कौर की जगह कुलविदर कौर के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया।