बहन-भाई की जोड़ी ने खेलों के साथ पेंटिंग में बनाई पहचान

खेलों में नाम कमाने के बाद शहर के रहने वाले भाई-बहन ने पेंटिग के क्षेत्र में भी पहचान बनानी शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 10:42 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 10:42 PM (IST)
बहन-भाई की जोड़ी ने खेलों के साथ पेंटिंग में बनाई पहचान
बहन-भाई की जोड़ी ने खेलों के साथ पेंटिंग में बनाई पहचान

जतिंद्र पिकल, फिरोजपुर : खेलों में नाम कमाने के बाद शहर के रहने वाले भाई-बहन ने पेंटिग के क्षेत्र में भी पहचान बनानी शुरू कर दी है। ताइक्वांडो में नेशनल खेल सिल्वर मेडल जीतने वाली 10वीं की छात्रा बलहार और फ‌र्स्ट रनर-अप का खिताब जीतने वाले सातवीं के छात्र भाई हरनूर कला का सपना पेंटिग में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाना है।

शहर के गणेश एंक्लेव में रहने वाले प्रो.आजादविदर सिंह व डा. मनजीत कौर के बच्चे जहां कुदरती पेंटिग के साथ सिगर्स व एक्टर की पेंटिग बनाना पसंद करते है, वहीं बेटे हरनूर के दिलों-दिमाग में श्री कृष्ण इस तरह से बस चुके हैं कि उसकी हर पेंटिग में उन्हीं की झलक देखने को मिलती है। आरएसडी कालेज में बतौर प्रो. आजादविदर सिंह व इसी कालेज में उनकी पत्नी डा. मनजीत कौर पंजाबी की प्रोफेसर और पंजाबी लेखिका भी है। उन्होंने बताया कि बेटी जब महज छह साल की थी तो उन्होंने एक दो बार उसे स्कैच बनाते देखा। वहीं कुछ दिनों बाद बेटे को भी स्कैच बनाते देखा तो दोनों भाई-बहनों की रुचि का पता चला, जिसके बाद बच्चों को दो माह की ट्रेनिग दिलवाई। बस उसके बाद कुदरत के इस तोहफे में बच्चों ने रंग भरने शुरू कर दिए। बच्चों का आने वाले समय में स्कूल आफ आर्ट में एडमिशन लेकर मुख्य लक्ष्य इसी लाइन में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाना है। वहीं 2017 में मंयक फाउंडेशन ने पेंटिग में बलहार कौर को विजेता घोषित करते हुए उन्हें प्रथम पुरस्कार से नवाजा, जबकि बेटे को 2018 में प्रथम पुरस्कार दिया गया। खेलों में भी लहरा चुके है परचम

खेलों के मामले में भी दोनों बच्चे किसी से कम नही है। 2019 में अहमदाबाद में हुए ताइक्वांडो के नेशनल में बलहार ने सिल्वर मेडल हासिल किया, जबकि 2019 में ही राज्य स्तर पर हरनुर ने फ‌र्स्ट रनरअप का खिताब जीता।

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