जेल में मोबाइल का खेल रोकने में प्रशासन फेल

केंद्रीय जेल में मोबाइल फोन मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा वहीं जेल प्रशासन को मोबाइल सप्लाई लाइन तोड़ने का रास्ता नहीं मिल रहा। बुधवार शाम को भी हवालातियों से सात मोबाइल फोन और सिम कार्ड मिले हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 10:53 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 10:53 PM (IST)
जेल में मोबाइल का खेल रोकने में प्रशासन फेल
जेल में मोबाइल का खेल रोकने में प्रशासन फेल

तरूण जैन, फिरोजपुर : केंद्रीय जेल में मोबाइल फोन मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा, वहीं जेल प्रशासन को मोबाइल सप्लाई लाइन तोड़ने का रास्ता नहीं मिल रहा। बुधवार शाम को भी हवालातियों से सात मोबाइल फोन और सिम कार्ड मिले हैं।

जेल सुपरिटेडेंट अरविदरपाल सिंह भट्टी ने कहा कि हाई सिक्योरिटी होने के बावजूद लोग दीवारों से मोबाइल फेंक जाते हैं। जब टावर पर तैनात कर्मचारी को पता चलता है तो शोर मचाकर मोबाइल रिकवर किए जाते है, जबकि फेंकने वाले पर गोली नही चला सकते। उन्होंने कहा कि जेल रि-लोकेशन का मामला हाई लेवल का है और वह इस पर कोई टिप्पणी नही कर सकते।

फिरोजपुर जेल में पिछले 14 माह में 200 से ज्यादा मोबाइल फोन और आपत्तिजनक सामान मिल चुका है, बावजूद इसके जेल अधिकारी जेल की सुरक्षा चाक चौबंद होने का दावा करते हैं। 1236 हवालातियों की क्षमता वाली जेल में आपराधिक केसों में नामजद कई गैंगस्टर भी बंद है। सभी गैंगस्टर्स से कई बार मोबाइल मिल चुके हैं।

सहायक सुपरिंटेंडेंट जसवीर सिंह ने थाना सिटी पुलिस को दी लिखित शिकायत में बताया कि विशेष चेकिग के दौरान जेल प्रशासन ने आठ मोबाइल टच स्क्रीन तथा एक मोबाइल की पैड सहित आठ सिम कार्ड बरामद किए है। सिटी पुलिस ने हवालाती केशव कुमार, गुरशरणप्रीत सिंह, चरण सिंह, सतपाल सिंह, करनबीर सिंह, राजिदर सिंह सहित अज्ञात पर मामला दर्ज किया है। वर्ष 2020 में केंद्रीय जेल में करीब 180 मोबाइल, 39 सिम कार्ड, 49 सिगरेट, 23 बैटरी, 70 ग्राम तंबाकू सहित 78 जर्दा पैकेट, सात हैडफोन, 11 लीड केबल, चार चार्जर, 15.40 ग्राम हेरोइन, 30 ग्राम अफीम सहित 7.80 ग्राम नशीला पाऊडर बरामद हुआ था। 12 दिन में ही मिल चुके हैं छह मोबाइल फोन

- 27 फरवरी को जेल प्रशासन ने हवालाती कृष्ण सिंह व कैदी भूपिदर सिंह से दो मोबाइल फोन बरामद किए थे।

- 23 फरवरी को जेल प्रशासन ने हवालाती समीन शिवा व सुखचैन सिंह से एक मोबाइल बरामद किया था।

- 19 फरवरी को जेल के टावर एक पर तैनात वार्डन गुरमीत सिंह को चेकिग के दौरान तीन मोबाइल, दो चार्जर, तीन डाटा केबल, दो हैडफोन व पांच सिम कार्ड सहित काबू कर पुलिस के सुपूर्द किया था। शहर के बीचों-बीच स्थित है जेल

केंद्रीय जेल शहर के बीचों-बीच होने के कारण आसपास के घरों की छतें जेल की दीवारो से काफी ऊंची है। कई बार आसपास से निकलती सड़कों से भी लोग जेल के अंदर आपत्तिजनक सामान व जेल फेंक देते हैं।

जेल की सुरक्षा पर भी खड़े हो रहे सवाल

जेल में जब भी किसी का प्रवेश होता है तो ड्योढ़ी में व्यक्ति की पूरी चैकिग होने के अलावा उसके सामान को स्कैनर में जांचा जाता है। जेल के भीतर मात्र ए ग्रेड अधिकारियो के अलावा किसी को भी मोबाइल ले जाने की इजाजत नही होती। जिला पुलिस की ओर से जेल की समय-समय पर की जाने वाली औचक चैकिग की खबर पहले ही जेल में बंदियो को मिल जाती है। सवाल यहां उठता है कि जब जेल में चारों तरफ सीसीटीवी की निगरानी के अलावा टावरो पर कर्मचारी तैनात रहते हैं तो आखिर कैसे मोबाइल जेल में प्रवेश करते हैं। मोबाइल फैंकने वालो को गोली नही मार सकते: सुपरिटेंडेंट

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